Ayodhya Ram Mandir Verdict 2019 : सुप्रीम फैसले से मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी संतुष्ट, नहीं डालेंगे पुनर्विचार याचिका
Ayodhya Case Verdict 2019 सुप्रीम कोर्ट ने विवादित भूमि पर मंदिर बनाने के लिए सरकार को आदेश दिया है।
लखनऊ, जेएनएन। राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले पर सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की पीठ ने शनिवार को सर्वसम्मति से ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। कोर्ट ने विवादित भूमि पर मंदिर बनाने के लिए सरकार को आदेश दिया है। वहीं, मुस्लिम पक्ष के लिए अयोध्या में पांच एकड़ वैकल्पिक जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को दी जाएगी। सभी धर्मगुरुओं ने इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी।
पाबंदी के बीच रामलला के दर्शन को पहुंचे श्रद्धालु
वहीं, पाबंदी के बावजूद शनिवार को सैकड़ों श्रद्धालु रामलला के दर्शन को पहुंचे। हालांकि, छानबीन के तमाम पायदानों से उन्हें गुजरना पड़ा। दर्शनार्थियों की संख्या आम दिनों से भले ही कम रही, लेकिन ऐतिहासिक घड़ी पर रामलला का दर्शन पाने की इच्छा प्रबल दिखी। हनुमानगढ़ी के पास मिले मधुकरिया संत मिथिला बिहारीदास ने बताया कि रामलला का दर्शन काफी सुखद अनुभूति देने वाला रहा। फैसले के बाद आज का दर्शन खास है। उन्होंने बताया कि मुख्यमार्ग से जाने में काफी दिक्कत हुई। प्रशासन की ओर से दर्शन पर कोई पाबंदी नहीं लगाई है। डीएम अनुज झा और एसएसपी आशीष तिवारी की ओर से इसे लेकर लगातार संदेश भी जारी किया जा रहा है कि दर्शन-पूजन को लेकर कोई रुकावट नहीं है।
Ayodhya Case Verdict 2019:
- अयोध्या फैसले पर कवि मुन्नवर राणा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर लखनऊ में कहा कि मैं आज के फैसले को सलाम करता हूं। बाबरी मस्जिद एक राजनीतिक मुद्दा बन गया था। आज यह मामला बहुत ही सरल और ईमानदार तरीके से समाप्त हो गया है। मुझे भरोसा है कि देश अब आगे बढ़ेगा।
- अयोध्या फैसले पर शिया धर्म गुरुमौलाना कल्बे जव्वाद नक़वी ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं सदियों और नस्लों से जो झगड़ा चला आ रहा था वो खत्म हो गया। हालांकि, फैसला हमारे हक में नहीं आया, हमारे वकील सही पक्ष नहीं रख सके इसलिए हार गए। सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला है हमें मंजूर है चाहे वो हमारे हक में न हो। पांच एकड़ जमीन की जरूरत नहीं है। कई लोग तो ऐसे हैं जो ये जमीन भी बेच डालेंगे। इसलिए हमें जमीन की जरूरत नहीं है। मामला अब खत्म हो जाना चाहिए इसे आगे बढ़ाना नहीं चाहिए। मुलसमानों की तरक्की के लिए काम करना चाहिए। बेरेजागारी, आर्थिक और शिक्षा के क्षेत्र की तरक्की को देखना चाहिए।
- सामाजिक कार्यकर्ता नाइश हसन ने कहा कि फैसला स्वागत योग्य है। इस फैसले से लंबे समय से चले आ रहे विवाद का शांतिपूर्ण हल हुआ है। मैं 1992 की पीड़ित हूं, लेकिन अब मुसलमानों को रिव्यु पेटीशन फ़ाइल नहीं करना चाहिए। अपने वादे के मुताबिक, फैसले का स्वागत करना चाहिए, आगे बढ़ने में ही बेहतरी है।
- अयोध्या : सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी संतुष्ट हैं। उनका कहना है कि सभी मुस्लिम भाई फैसले का सम्मान करें। कोर्ट के निर्णय को लेकर कोई पुनर्विचार याचिका नहीं डाली जाएगी। सरकार जहां जमीन देगी वहां मस्जिद बना ली जायेगी।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा, देश की एकता व सद्भाव बनाए रखने में सभी सहयोग करें। उत्तर प्रदेश में शांति, सुरक्षा और सद्भाव का वातावरण बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।
- पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती परमपूज्य बाबा साहेब डाॅॅ. भीमराव अम्बेडकर के धर्मनिरपेक्ष संविधान के तहत मा सुप्रीम कोर्ट द्वारा रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद के सम्बंध में आज आम सहमति से दिए गए ऐतिहासिक फैसले का सभी को सम्मान करना चाहिए। उन्होंने सभी से अपील की कि अब इस पर सौहार्दपूर्ण वातावरण में ही आगे का काम होना चाहिए।
- महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि न्यास जल्द ही मंदिर निर्माण का कार्य शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में बहुत सारी जमीन बची है । मुस्लिम पक्ष को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार कहीं भी भूमि आवंटित की जा सकती है । इसमें हमें कोई आपत्ति नहीं है।
- आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि हम अदालत के फैसले का स्वागत करते हैं, हम अपने देश की अदालत और अदलिया के साथ हैं। हम देखेंगे कि ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड की क्या राय है, जो ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड की राय होगी वहीं ऑल इंडिया पर्सनल शिया बोर्ड की राय होगी।
- शिया मरकज़ी चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। हमने पहले ही कहा था कि फैसला जो भी होगा, उसे हम स्वीकार करेंगे और वैसा ही हमने किया भी है। सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक, वह जमीन मंदिर को दे दी है और पांच एकड़ जमीन मस्जिद को दी जाए, यह बहुत अच्छी बात है। देश की जनता से हम अपील करते हैं कि आपसी भाईचारा व सद्भवना बनाए रखें। 130 करोड़ भारतीय व हिंदूस्तानियों की जीत हुई है।
- बाबरी मस्जिद पक्षकार हाजी महबूब ने कहा कि मैंने अभी पूरा फैसला नहीं सुना है। अभी मेरे वकील से कोई बात नहीं हुई। मैं कुछ कहना नहीं चाहूंगा। जो कुछ निर्णय आया वो सिर आंखों पर। आगे की रणनीति बाद में। कोई निराशा का भाव नहीं है। कोर्ट ने जो फैसला दिया वो ठीक है। इस पर एतराज नहीं।
- निर्मोही अखाड़े का दावा खारिज होने पर महंत स्वामी दिनेन्द्रदास ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि पंच बैठेंगे और उस पर विमर्श करके मंथन करेंगे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि राम जन्मभूमि अयोध्या में है इस पर कोई विवाद नहीं है। इससे बढ़कर और कोई बात हमारे लिए नहीं हो सकती
- लखनऊ में मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि ने कहा कि देश के सबसे बड़े कानून के मंदिर से फैसला आया है, सभी को इस फैसले का स्वागत करना चाहिये। आस्था के बजाय सुबूत के आधार पर जजोंं ने फैसला किया है। फैसले का स्वागत है।
- कथेड्रल के फादर डॉ डोनाल्ड डिसूजा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने काफी अध्ययन करके फैसला किया है। आपसी सद्भाव बनाने के साथ इस फैसले का दोनों पक्षों को सादगी से स्वीकार करना चाहिये।
- ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य और ऐशबाग ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि अभी तक फैसले की जितनी बातें आईं हैं सब महत्वपूर्ण है, कोर्ट ने सारी बातें मद्देनजर रखकर फैसला लिया है। किसी भी मंदिर को तोड़कर मंदिर नहीं बनाई गई है। हम लोगों ने शुरू से ही कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला होगा वो हमें मंजूर होगा, सभी से यही अपील है कि वो सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाए रखें। हमारी जो भी लीगल कमेटी है वो पूरे जजमेंट पर स्टडी करेंगी उसके बाद कोई फाइनल स्टेटमेंट मुस्लिम आर्गनाइजेशन की तरफ से दिया जाएगा। यह सबका अंतिम फैसला है कि सब लोग अमन बनाए रखें।
- लखनऊ के एरा हॉस्पिटल में भर्ती आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष व वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना डॉ कल्बे सादिक ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया है, उसमें वह स्थान हिंदू भाइयों को दे दिया गया है। मुस्लिम पक्ष को दूसरी जगह जमीन दी जा रही है। मुल्क की आन, बान और शान बनाए रखना चाहिए। मुसलमानों की तरफ से कोई रिएक्शन नहीं आना चाहिए।
- मुफ्ती अबुल इरफान मियां फरंगी महली काजी शहर ने कहा कि अभी मीडिया के जरिये खबरें आ रही हैं कि अयोध्या का फैसला आ गया है। हमें अमन कायम रखना चाहिए, जब तक पूरी बात हमें मालूम न हो जाए तब तक कोई बयान जारी नहीं करना चाहिए। बाराह रबीउलअव्वल का वक्त है, मोहम्मद का पैगाम है मोहब्बत को फैलाने का काम करना चाहिए। कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे बदमअमनी पैदा हो।
- शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, जिन्होंने भगवान राम के जन्म स्थान पर राम मंदिर की कानूनी तौर पर अदालतों के जरिये लड़ाई लड़ी उन्हें खास तौर पर बधाई देता हूं। वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट के आगे यही बात रखी थी कि राम मंदिर अयोध्या में बनना चाहिए ये शिया वक्फ बोर्ड की जीत है।
- ऑल इंडिया महिला मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर ने सु्प्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे देश की माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक फ़ैसला सुनाया है। यह मुद्दा बहुत लम्बे समय से देश की सियासत में सक्रिय था।
- सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन जुफ़र फारूकी ने फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा हम शुरू से कह रहे थे कि जो भी फैसला आएगा हम स्वागत करेंगे। जहाँ तक रिव्यु पीटीशन की बात सामने आ रही है यह गलत है। सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड इस तरह की किसी भी राय से सहमत नहीं है।
- लखनऊ : फ़ैसला आने से पहले मुख्यमंत्री योगी पहुंचे 1090। यहीं से प्रदेश पर रखेंगे नज़र। साथ में अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी और डीजीपी ओपी सिंह मौजूद।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पहली बार EOC बनाया गया है। 112 मुख्यालय में यह Emergency Operations Center काम कर रहा है। जोन-वार डेस्क बनाए गए हैं, जो 112 की कॉल्स, सोशल मीडिया, मीडिया से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर नज़र रखी जा रही है। अगर कहीं जरूरत होगी तो PRV, QRT, PAC, आदि बल भेजे जाने के निर्देश दिए जाएंगे। फायर, अभिसूचना, CRPF, GRP, RPF, BSF, SSB, ITBP, CISF के प्रतिनिधि भी बैठे हैं। मोबाइल डाटा टर्मिनल (PRV में लगे), रेडियो, इन्टरनेट, satellite फ़ोन, हाई फ्रीक्वेंसी रेडियो 24 घंटे चलेगा। यह जानकारी ADG 112 असीम अरुण ने दी।
- बाराबंकी : छोटी हनुमानगढ़ी के पुजारी भैरव तिवारी ने बताया कि यहां 1992 में भी शांति थी और आज भी है। आज सब सामान्य है। सभी शांत मन से फैसले की प्रतीक्षा कर रहे हैं। जो फैसला होगा उसका सम्मन किया जाएगा।
- अयोध्या : बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब के घर के बाहर सुरक्षा के सख्त इंतज़ाम। खुद एसपी सिटी भी हाजी महबूब के घर के पास मौजूद हैं।
- अयोध्या: सुप्रीम फैसले से ठीक पहले कड़े सुरक्षा घेरे में अयोध्या शांत, संयत पर कौतूहल से भरी है। रामनगरी की ओर जाने वाले हर नाके पर सुरक्षा बलों की कड़ी चौकसी है। लोग घरों से बाहर निकलने के पहले हालात को भांप रहे हैं। जिले की सीमा में निजी वाहनों की अावाजाही तो है पर गहरी जांच-पड़ताल के बाद। रामकोट जाने वाले सभी मार्गों पर बेरीकेडिंग कर दी गई है। वाहनों का भी प्रवेश रोक दिया गया है। सिर्फ उन्हीं को जाने की इजाजत दी जा रही है, जो वहां से निवासी हैं। ये इजाजत भी आइकार्ड देखने के बाद ही दी जा रही है। दंगा निरोधक बल जगह-जगह सजग दिख रहे हैं। वहीं शहर में आने वाले मार्गों पर बसों को भी रोका गया है। सिर्फ बाईपास से ही आने-जाने की इजाजत है।
- अमेठी : अयोध्या मामले को लेकर शनिवार को आ रहे निर्णय को देखते हुए जिले में सुबह से ही सुरक्षा व्यवस्था की पुख्ता इंतजाम किया गया है। सभी शैक्षणिक संस्थानों को डीएम के आदेश पर दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। एडीएम व एएसपी की अगुवाई में जिले की सभी तहसीलों में रूट मार्च कर जनता से अमन चैन कायम रखने की अपील कर रहे हैं।
- कलेक्ट्रेट पर जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा व पुलिस अधीक्षक डा.ख्याति गर्ग की अगुवाई में संभ्रांत जनों की बैठक बुलाई गई है। पूरे जिले को चार जोनों और 15 सेक्टरों में बांटा गया है। जिले के आठ विद्यालयों को अधिग्रहित कर अस्थाई जेल के रूप में तब्दील किया गया है। इसके साथ प्रशासन व पुलिस द्वारा कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।
- जिला प्रशासन की ओर से बनाए गए कंट्रोल रूम का नंबर 9305548317 व पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर 9454417412 जारी किया गया है। डीएम व एसपी ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अप्रिय घटना की सूचना इन नंबरों पर तत्काल दें। शासन के आदेश पर आगामी 30 नवंबर तक अधिकारियों व कर्मचारियों की छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं। छुट्टियों पर गए जिम्मेदारों को तत्काल प्रभाव से वापस बुला लिया गया है। फायर ब्रिगेड व स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस विभाग का आईटी सेल सोशल साइट पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। जिले के संवेदनशील आश्रम व मदरसे पर पुलिस फोर्स तैनात है।
- हरदोई: शहर का माहौल पूरी तरह से शांत है। रोजाना की तरह दुकानेंं खुली हैं । फैसले को लेकर उत्सुकता, लेकिन चर्चा से दूर हैं लोग। पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सचेत अधिकारियों की टीम शहर से लेकर जिले का कर रही भ्रमण।
- अंबेडकरनगर : जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। जिले की सीमा पर बैरियर लगाकर वाहनों की जांच पड़ताल हो रही है। साथ ही जिला मुख्यालय पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। अयोध्या की ओर जाने वाले सभी वाहनों को डायवर्ट कर दिया गया है। इक्का-दुक्का वाहनों को छोड़कर अन्य सभी वाहनों को सुलतानपुर के रास्ते भेजा जा रहा है। नगर समेत जिले के प्रमुख बाजार व कस्बों में पुलिस टीम गश्त कर रही है। जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र व एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्र भी भ्रमण पर हैं। जगह-जगह रुककर मातहत अधिकारियों से जानकारी ले रहे हैं। सड़क किनारे मिले लोगों से बातचीत कर आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील भी कर रहे हैं।
- सात समंदर पार भी रामलला की भक्ति की जड़ें गहरी हैं। इसका प्रमाण अयोध्या पहुंचने वाले विदेश श्रद्धालु हैं। शनिवार को अयोध्या में दर्शन करने यूरोपियन महिलाएं पहुंची।
- अयोध्या : भारत की जनवादी नौजवान सभा के प्रदेश महासचिव सत्यभान सिंह जनवादी ने कहा है कि देश एक निर्णायक मोड़ पर है। वर्षों पुराने विवाद में सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने वाला है। संवैधानिक मूल्यों के पालन और उनकी रक्षा हमारा दायित्व है। उन्होंने कहा कि अवध की गंगा-जमुनी तहजीब की परंपरा के अनुरूप सामंजस्य बनाए रखना होगा। कहा, हमें दुनिया को दिखा देना है कि बड़ी चुनौतियों के सामने कौमी एकता चट्टान की तरह अडिग है।
- अयोध्या : इस्लामिक मामलों के जानकार व फलाहुल मुसलमीन सोसायटी सोनखरी के चेयरमैन मौलाना अहमद सिराज ने अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले के मद्देनजर कहा है कि फैसला किसी के पक्ष अथवा विपक्ष में हो, सबको मानना चाहिए। उन्होंने कहा, सभी लोग भगवान या खुदा पर भरोसा रखें। उन्होंने कहाकि यह धार्मिक मामला है। सभी धार्मिक लोग यह मानते हैं कि मालिक की मर्जी के बगैर कुछ नहीं हो सकता है। कुरान में कहा गया है कि बिना मालिक की मर्जी के एक पत्ता भी नहीं गिरता। इसलिए दोनों ही समुदाय के लोग यह मानें कि जो भी फैसला होगा, मालिक की मर्जी के बिना नहीं होगा। इसलिए दोनों संप्रदायों के लोगों को सुप्रीम कोर्ट का फैसला मानना चाहिए।
- दुबई में शिक्षक रहे मौलाना अहमद सिराज ने कहाकि जिनके पक्ष में यह फैसला हो, उन्हें भी गंभीरता बरतनी चाहिए। गम या शौर्य दिखाने के बजाए देश के हित को पहले ध्यान में रखें। उन्होंने कहाकि केंद्र और प्रदेश सरकार अमन कायम रखने के लिए तमाम तरह के कदम उठा रही है। ऐसे में हमारा भी यह दायित्व है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार कर शांति व्यवस्था में सहभागी बनें।
- श्रावस्ती : अयोध्या प्रकरण के आज आ रहे फैसले को लेकर जिले की सीमा हुई सील। बिना चेकिंग के किसी भी वाहन का जिले में नहीं हो रहा प्रवेश। भिनगा-बहराइच राजमार्ग पर जिले की सीमा पर लगे बैरियर पर चेंकिंग करती पुलिस टीम।
- अमेठी : अयोध्या फैसले के मद्देनजर पुलिस प्रशासन का रूट मार्च शुरू। एडीएम व एएसपी की अगुआई में शिवरतनगंज थानाक्षेत्र के सेमरौता और इन्हौना सहित कई कस्बों में रूट मार्च।
- अयोध्या के मुख्य द्वार पर पहचान पत्र देखकर ही लोगों को शहर में जाने दिया जा रहा है। टेढ़ी बाजार से राम जन्मभूमि अशर्फी भवन की तरफ जाने वाले मार्ग को किया गया बंद।
- बाराबंकी : राम सनेही घाट में प्रभारी निरीक्षक ने बैठक कर सभी को अलर्ट किया। सभी संवेदनशील स्थानों पर 24 घण्टे पुलिस की ड्यूटी रहेगी। अयोध्या बॉर्डर पर 24 घंटे सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद रहेगी। गांवों में प्रधान से संपर्क के लिये कहा गया। सभी को बॉडी प्रोटेक्टर हेलमेट व डंडा साथ में रखने के निर्देश।
- सीतापुर: अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट सुबह 10:30 बजे अपना फैसला सुनाएगा। यह खबर मिलने के बाद लोगों की फैसले को लेकर बेसब्री बढ़ गई है। स्कूल-कॉलेज बंद हो गए हैं। इस वजह से लोग भी सुबह से ही घर पर टेलीविजन पर चिपके हैं। फैसला क्या होगा, इस पर चर्चाओं का दौर चल रहा है। घरों से लेकर गली मोहल्लों की सड़कों तक चर्चा सिर्फ अयोध्या को लेकर आने वाले फैसले की ही है।
रामनगरी की ओर नापाक नजर रखने वालों को मुंहतोड़ जवाब देने का इंतजाम सुरक्षातंत्र कर रहा है। अयोध्या में कार्तिक मेला का एक-एक आयोजन जैसे-जैसे निपट रहा है, सुरक्षा घेरा घना होता रहा है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन-पूजन में कोई दिक्कत न हो और रामनगरी की सुरक्षा प्रभावित न हो, ऐसे इंतजाम किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की वीडियो कांफ्रेसिंंग व उसके बाद मुख्य न्यायाधीश से यूपी के बड़े अफसरों की मुलाकत ने काफी हद तक तस्वीर साफ कर दी है कि फैसला आने वाला है। सुरक्षा व निगरानी के उपाय इसके मद्देनजर तेजी से मुकम्मल किए जा रहे हैं।
गत दिनों मिले आतंकी इनपुट के बाद सुरक्षा व निगरानी का घेरा पहले की अपेक्षा कुछ सख्त हुआ है, लेकिन इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि रामनगरी की आम जिंंदगी पर बंदिशों का असर ज्यादा न पड़े। रामनगरी में पहले की अपेक्षा सुरक्षा बलों की संख्या में इजाफा देखा गया। प्रमुख मंदिरों के साथ भीड़भाड़ वाले इलाकों में सशस्त्र सुरक्षाकर्मी तैनात दिखे। पैरामिलिट्री फोर्स के जवान दंगा नियंत्रण वाहन लेकर गश्त पर दिखे। अस्थाई जेलें बनाने की कवायद अपने अंतिम चरण में है। आपात स्थितियों से निपटने के लिए फोर्स को पुलिस लाइन में निरंतर दंगा नियंत्रण का पूर्वाभ्यास कराया जा रहा है।
जनता से संवाद बना रहे अधिकारी
अयोध्या : कुछ इलाकों में पाबंदियां अधिक हैं। ये इलाके रेड जोन से सटे हैं, जिसमें रामकोट प्रमुख है। एसएसपी ने पुलिस कर्मियों को निर्देश दिया है कि इन इलाकों में लगातार भ्रमण कर लोगों से मिलते रहें। उन्हें कोई असुविधा हो तो तत्काल उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लाकर समाधान कराएं। हालांकि बढ़ती पाबंदियां लोगों को असहज करने वाली हैं, फिर भी रामनगरी की सुरक्षा को लेकर जनता पुलिस का सहयोग कर रही है।