सिद्धू दंपती पर कसा शिकंजा, राहुल गांधी को भेजा गया विवादित भाषण का वीडियाे
नवजोत सिद्धू व उनकी पत्नी पर घेरा कस गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को उनके विवादित भाषण का वीडियो भेजा गया है। राज्य के एक मंत्री ने सिद्धू से इस्तीफा मांगा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी डॉ. नवजाेत कौर सिद्धू पर शिकंजा कस गया है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच तकरार का मामला कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के पास पहुंच गया है। अब नवजोत सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू की शिकायत दिल्ली दरबार में किए जाने की सूचना है। सिद्धू के बठिंडा में दिए सिद्धू के भाषण और उनकी पत्नी की टिप्पणियों की वीडियाे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा गया है। दूसरी ओर, सिद्धू पर पंजाब के एक और मंत्री ने निशाना साधा है व उनसे इस्तीफा मांगा है।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सिद्धू और उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के कैप्टन अमरिंदर सिंह व अन्य वरिष्ठ पार्टी के नेताओं के खिलाफ दिए गए तमाम बयानों की वीडियो क्लिप पंजाब कांग्रेस की ओर से कांग्रेस आलाकमान को भेजी गई है। बताया जाता है कि पंजाब कांग्रेस की ओर से भेजी रिपोर्ट में कहा गया है कि सिद्धू दंपती ने मीडिया में और सार्वजनिक मंचों से खुले तौर पर बयान देकर लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया है।
मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने सिद्धू के खिलाफ खोला मोर्चा
उधर, मंगलवार को कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने भी नवजोत सिद्धू पर निशाना साधा। अरोड़ा ने एक बयान में कहा कि सिद्धू की मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ बयानबाजी गैर जिम्मेदाराना व निंदनीय है। ऐसी बयानबाजी से कांग्रेस को काफी नुकसान हुआ है। पार्टी हाईकमान सिद्धू के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
अरोड़ा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से राज्य की खुशहाली और कानून की बहाली के लिए लिए गए फैसले सराहनीय हैं। चूंकि सिद्धू भी कैबिनेट मंत्री हैं, इसीलिए जो भी फैसले लिए गए हैं, उसमें सिद्धू भी बराबर के हिस्सेदार हैं। अगर सिद्धू किसी फैसले से सहमत नहीं हैं तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने जिस तरह से बयानबाजी की है, उससे पंजाब के लोगों और कांग्रेस वर्करों को काफी ठेस पहुंची है। लिहाजा पार्टी हाईकमान सिद्धू के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
इससे पहले, वरिष्ठ मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा ने कहा था कि सिद्धू सिर्फ दो साल पहले कांग्रेस में आए हैं और अपने नियम झाड़ रहे हैं। अपना एजेंडा अन्य लोगों पर भी लागू कर रहे हैं। इसका हाईकमान को गंभीर नोटिस लेना चाहिए। सिद्धू पार्टी व सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं। मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा था कि पार्टी को केवल सिद्धू ही नहीं, बल्कि राज्यसभा सदस्य शमशेर सिंह दूलों और प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए।
बता दें, लोकसभा चुनाव में पंजाब में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन 17 मई को नवजोत सिंह सिद्धू ने बठिंडा में कांग्रेस प्रत्याशी अमरिंदरर सिंह राजा वडिंग के पक्ष में सभा को संबोधित करते हुए सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर हमला कर दिया था। इसके बाद पंजाब कांग्रेस में भूचाल आ गया।
सिद्धू ने कहा था, कोई बोलता है कि अगर सभी 13 सीटें हार गए तो इस्तीफा दे दूंगा, लेकिन मैं कहता हूं कि अगर बेअदबी करने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। बहुत देख लीं राज्यसभा की सदस्यताएं एवं मंत्री पद। उल्लेखनीय है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पंजाब की सभी 13 सीटों पर हार गई तो वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। सिद्धू ने इशारों में बादल परिवार और कैप्टन अमरिंदर सिंह में मिलीभगत का भी आरोप जड़ा। उन्होंने कहा कि फ्रेंडली मैच खेलने वालों को हराएं।
इसके बाद मतदान के दिन 19 मई को कैप्टन अमरिंदर ने सिद्धू पर पलटवार किया। अमरिंदर ने सिद्धू को अनुशासनहीन करार दिया। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था, 'गलत समय पर मेरे और पार्टी लीडरशिप के खिलाफ की गई सिद्धू की टिप्पणी से कांग्रेस को नुकसान हुआ है। सिद्धू दरअसल मुझे हटाकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। इसके साथ ही कैप्टन ने सिद्धू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के संकेत भी दिए। सिद्धू पर कार्रवाई करने का फ़ैसला पार्टी हाईकमान के हाथ है, लेकिन कांग्रेस अनुसाशनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी।'
यह भी पढ़ें: नवजोत सिद्धू के समर्थन में सामने आए खैहरा, अपने गठबंधन PDA में आने का न्यौता दिया
सिद्धू के खिलाफ कई मंत्री खुलकर सामने आ गए। बताया जा रहा है कि कांग्रेस चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद सिद्धू के बारे में बड़ा फैसला करेगी और उनके खिलाफ कांग्रेस कड़ा कदम उठा सकती है। कांग्रेस की पंजाब प्रभारी आशा कुमारी ने कहा है कि सिद्धू के खिलाफ काफी शिकायतें मिली हैं। चुनाव प्रक्रिया के बाद सिद्धू के मामले में पार्टी विचार कर सकती है।
आशा कुमारी ने कहा कि सिद्धू के बयान को लेकर काफी शिकायतें आई हैं। मामला राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की भी जानकारी में है। अभी चुनाव प्रक्रिया चल रही है। पंजाब के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ भी चुनाव लड़ रहे हैं। चुनावी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही इस पर विचार किया जाएगा।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप