Rajasthan: संविधान का पाठ पढ़ाएं, लेकिन खुद भी याद रखें सीएम गहलोत: सतीश पूनिया
Satish Poonia. सतीश पूनिया ने कहा है कि स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना का वाचन अच्छी पहल है लेकिन सीएम अशोक गहलोत सरकार को खुद भी इसे आत्मसात करना चाहिए।
जयपुर, जेएनएन। Satish Poonia. राजस्थान के सरकारी स्कूलों में बच्चों को प्रार्थना सभा में संविधान की प्रस्तावना का पाठ पढ़ाने का भाजपा ने स्वागत किया है, लेकिन साथ ही कहा है कि संविधान में लिखी बातों का मुख्यमंत्री स्वयं भी पालन करें।
भाजपा प्रदेश अध्यक्षा सतीश पूनिया ने कहा है कि स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना का वाचन अच्छी पहल है, लेकिन सीएम अशोक गहलोत सरकार को खुद भी इसे आत्मसात करना चाहिए। पूनिया ने कहा है कि राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत और संविधान देश के लोकतंत्र को मजबूत बनाते हैं। ऐसे में इनका जितना वाचन और पाठन होगा, उतना ही बेहतर है। लेकिन संविधान की मूल भावनाओं का सम्मान करना कांग्रेस और प्रदेश सरकार भी सीखे जो संसद द्वारा पारित नागरिकता संशोधन कानून को राज्य में लागू नहीं कर रही है और इसके खिलाफ रैलियां करवा रही है।
पूनिया ने कहा कि कांग्रेस के नेता बार-बार देश का संविधान खतरे में होने की बात कहते हैं, जबकि देश का संविधान और लोकतंत्र खतरे में नहीं है, बल्कि देश में कांग्रेस की विचारधारा, कांग्रेस नेताओं का भविष्य और प्रदेश में मुख्यमंत्री की कुर्सी खतरे में है।
गौरतलब है कि 26 जनवरी से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में होने वाली प्रार्थना सभाओं में संविधान की प्रस्तावना का वाचन शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
पूनिया ने जयपुर में गत मंगलवार को हुई राहुल गांधी की युवा आक्रोश रैली को नौटंकी करार दिया था। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हमेशा कुछ ना कुछ अनूठा करते हैं। यहां भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया, क्योंकि चुनाव दिल्ली में हैं और रैली जयपुर में कर ली गई। पूनिया ने राहुल की रैली के बाद जारी बयान में कहा कि सरकार ने दुकानदारों और स्कूल व कॉलेजों के छात्रों को जबरन रैली में बुला कर भीड़ बढ़ाई। सरकार के दबाव के चलते स्कूल एवं कॉलेजों के प्रिसिंपलों ने विद्यार्थियों को रैली में जाने का सर्कुलर जारी किया।