पित्रोदा के खिलाफ शहर में लगे होर्डिंग ने बढ़ाईं चौधरी संतोख सिंह की मुश्किलें
कांग्रेसी नेता सैम पित्रोदा की ओर से 1984 के दंगों के बारे में दिए गए बयान हुआ तो हुआ की जहां देश भर में निंदा हो रही हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : कांग्रेसी नेता सैम पित्रोदा की ओर से 1984 के दंगों के बारे में दिए गए बयान 'हुआ तो हुआ' की जहां देश भर में निंदा हो रही हैं। वही, यह मुद्दा अब जालंधर संसदीय सीट पर भी गरमाने लगा है। पित्रोदा के इस बयान के खिलाफ शहर में कई प्रमुख चौराहों और गलियों में 84 के दंगों के पोस्टर लगाए गए हैं। पटेल चौक, वर्कशॉप चौक और नकोदर चौक पर लगे इन पोस्टरों के माध्यम से कांग्रेसी नेता के उक्त बयान की कड़ी निंदा की गई है।
चुनावी माहौल में जहां कांग्रेस प्रत्याशी चौधरी संतोख सिंह को पहले से ही देहात इलाके में लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। फिल्लौर में पंजाब सफाई मजदूर फेडरेशन फिल्लौर यूनिट के प्रधान शीतल द्रविड़ के लापता होने पर लोगों के गुस्से को देखते हुए चौधरी संतोख सिंह को मंगलवार को अपना फिल्लौर में रोड शो तक रद करना पड़ गया था। ऐसे में शहर में ऐसे पोस्टर लगने से मतदाताओं के एक खास वर्ग का भी चौधरी को विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
बता दें कि शहर भर में लगे ऐसे पोस्टरों में खालसा नौजवान सभा रामा मंडी का नाम भी अंकित किया गया है। हालांकि उक्त संस्था का कहना है कि उन्होंने ऐसे कोई होर्डिग्स नहीं लगाए हैं। ऐसे में यह बात भी चर्चा का विषय बनी हुई है कि आखिर यह पोस्टर किसने लगाए। हालांकि इसका जवाब तो किसी के पास नहीं है। बता दें कि सैम पित्रोदा को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के राजनीतिक गुरु के रूप में जाना जाता है। उनका बयान ऐसे समय में आया है जब पंजाब में आखिरी पड़ाव के तहत 19 मई को चुनाव होने हैं। पंजाब में सबसे ज्यादा सिख वोटर होने के चलते ऐसे पोस्टर कांग्रेस प्रत्याशियों की मुश्किलें भी बढ़ा सकते हैं।
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