कोलकाता में धरना देंगे आरटीआई कार्यकर्ता सुभाष मित्तल
RTI activist subhash mittal will stage dharna at kolkata
जमशेदपुर ( जासं)। शहर के सूचना अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता सुभाष मित्तल ने पिछले दिनों नई दिल्ली में संसद भवन के सामने धरना दिया था, अब कोलकाता में राजभवन के सामने धरना देंगे। सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबे समय से आंदोलन कर रहे मित्तल ने अपनी बात रखने के लिए अनूठा माध्यम चुना है। मित्तल ने कहा कि उनका मामला पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन से जुड़ा है।
पश्चिम बंगाल से इसका कोई लेना देना नहीं है। इसके बावजूद वे अपनी बात केंद्र सरकार तक पहुंचाने के लिए 23-29 जनवरी तक पश्चिम बंगाल राजभवन के सामने धरना देंगे। इसके बाद वहां मां काली से आशीर्वाद लेकर 'महाकाली से महाकालÓ (कोलकाता से उज्जैन) तक पदयात्रा करेंगे।
मित्तल का कहना है कि उन्होंने बागबेड़ा पंचायत की विभिन्न योजनाओं में घोटाला का पर्दाफाश किया। उनके आंदोलन (धरना-प्रदर्शन) के बाद जिला प्रशासन के 15 पदाधिकारियों से नौ बार जांच कराई गई, जिसमें गड़बड़ी की बात सामने भी आई। इसके बावजूद आरोपितों को बचाने की कोशिश हो रही है। आरोपितों का कहना है कि हम नीचे से ऊपर तक सबको कमीशन देते हैं।
हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। मित्तल ने कहा कि इन मामलों पर कार्रवाई के लिए पूर्वी सिंहभूम उपायुक्त कार्यालय के सामने लगातार 388 दिन (आठ जुलाई 2015 से 29 जुलाई 2016) तक धरना दिया। चार बार दिल्ली में आंदोलन किया। प्रधानमंत्री कार्यालय से चार बार कार्रवाई के लिए पत्र निर्गत किया गया, फिर भी आरोपितों पर कार्रवाई नहीं हुई। पीएमओ के चारों पत्रों की अनदेखी से आरोपितों का हौसला बढ़ गया है। आरोपितों का संबंध भाजपा से है।