तेजस्वी से नाराज राजद नेता अशोक सिन्हा भाजपा में हुए शामिल
राजद से इस्तीफा देकर पार्टी के प्रवक्ता अशोक सिन्हा ने आज भाजपा का दामन थाम लिया है। उपमुख्यमंत्री सह भाजपा नेता सुशील मोदी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी।
पटना [जेएनएन]। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को बुधवार को तब बड़ा झटका लगा, जब पार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता अशोक सिन्हा ने भाजपा का दामन थाम लिया। इसके पहले मंगलवार को उन्होंने लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव की कार्यशौली से नाराजगी जाहिर करते हुए पार्टी का पद छोड़ दिया था। विदित हो कि चारा घोटाला में लालू प्रसाद यादव के जेल जाने के बाद पार्टी में एक तबका विरोध पर उतर आया है।
अशोक सिन्हा ने बुधवार को राजद से इस्तीफा देकर भाजपा में चले गए। रविंद्र भवन में संत रविदास जयंती समारोह के दौरान उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने माला पहना कर उनका स्वागत किया। वहां केंद्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत ने भी उन्हें भाजपा में शामिल होने पर बधाई दी।
तेजस्वी के लिए यह कहा
इसके पहले मंगलवार को अशोक सिन्हा ने राजद प्रवक्ता का पद छोड़ते हुए कहा था कि राजद अप्रासंगिक हो गया है। इसलिए बेहतर है कि पार्टी छोड़ दी जाए। उनके अनुसार तेजस्वी यादव में लालू प्रसाद की तरह पार्टी का नेतृत्व करने की क्षमता नहीं है।
पार्टी एकजुट रखने की चुनौती
विदित हो कि लालू के जेल जाने के बाद राजद की जिम्मेदारी उनके बेटे और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के कंधों पर है। लालू ने तेजस्वी को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। इसके बाद तेजस्वी के सामने पार्टी को एक रखने की चुनौती है, जिसे अशोक सिन्हा के इस्तीफे से पहला बड़ा झटका लगा है।
इस्तीफा से असंतोष को मिल सकता बल
लालू के जेल जाने के बाद राजद का एक तबका असंतुष्ट बताया जा रहा है। कुछ बड़े नेता लालू की जगह तेजस्वी का नेतृत्व स्वीकार करने में असहज बताए जा रहे हैं। अशोक सिन्हा के इस्तीफा देने के कारण नाराज खेमे को बल मिल सकता है। हालांकि, पार्टी उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह का मानना है कि राजद में एकता है और राजग के नाराज नेता उनके संपर्क में हैं।