Rajasthan Politics : एनडीए के सहयोगी हनुमान बेनीवाल बोले, खामी दिखी तो कृषि कानून का विरोध करेंगे
कृषि कानून को लेकर नाराजगी के चलते अब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के अध्यक्ष सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि इस कानून का विशेषज्ञों से अध्ययन करा रहे हैं। अगर कानून किसानों के हित में नहीं तो प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे। वसुंधरा पर गहलोत की मदद का आरोप।
जागरण संवाददाता, जयपुर : कृषि कानून को लेकर नाराजगी के चलते एनडीए में भाजपा के पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के अलग होने के बाद अब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के अध्यक्ष सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा है अगर कृषि कानून में कोई खामी दिखी तो हम भी इसका विरोध करने से पीछे नहीं हटेंगे । पार्टी के पदाधिकारी किसानों से बात कर रहे हैं।
इस कानून का विशेषज्ञों से अध्ययन करा रहे हैं
बेनीवाल ने कहा है कि हम इस कानून का विशेषज्ञों से अध्ययन करा रहे हैं। विशेषज्ञों की राय में अगर ये कानून किसानों के हित में नहीं रहा तो इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करूंगा । पीएम से मुलाकात के बाद जरूरत पड़ी तो पार्टी किसानों के साथ खड़ी होगी। बेनीवाल ने कहा कि कृषि कानून को लेकर अलग-अलग राय है, जिसके पूरे अध्ययन की जरूरत है। अगर इसमें कोई खामी दिखी तो हम इसका विरोध करने से पीछे नहीं हटेंगे।
दोनों सरकारों के खिलाफ मैदान में उतरने को तैयार
उन्होंने कहा कि किसानों के हितों को लेकर पार्टी राज्य और केंद्र दोनों ही सरकारों के खिलाफ मैदान में उतरने को तैयार रहेगी । किसानों के हितों का ध्यान रखना पार्टी का प्रमुख उद्देश्य है । उन्होंने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार पर भी किसान विरोधी होने का आरोप लगाया । उन्होंने कहा कि किसानों के लिए बिजली की दर में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है । बेनीवाल ने पार्टी के तीनों विधायकों के साथ कृषि कानून को लेकर चर्चा की ।
विधायकों की राय में कृषि कानून किसान हित में नहीं
विधायकों ने इस मुद्दे पर पीएम और कृषि मंत्री से मिलने की बात कही है । विधायकों की राय में कृषि कानून किसानों के हित में नहीं है । हालांकि विशेषज्ञों की राय के बाद ही आगे निर्णय लेने की बात तय की गई । एक बातचीत में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर निशाना साधते हुए बेनीवाल ने कहा कि वे गहलोत सरकार की मदद कर रही है।
2023 के विस चुनाव में किसान ही बनेगा मुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जब गहलोत सरकार गिरने की नौबत आई तो वसुंधरा राजे ने अप्रत्यक्ष तौर पर उनकी मदद की । उन्होंने कहा कि अगर आरएलपी को मजबूत करने के लिए अगर जरूरत पड़ी तो हम एनडीए से अलग हो जाएंगे । 2023 के विधानसभा चुनाव में किसान ही प्रदेश का मुख्यमंत्री बनेगा।