Rajasthan Politics: पुराने साथियों की भाजपा में होगी वापसी, प्रदेश नेतृत्व ने राष्ट्रीय नेताओं से की बात
राजस्थान में करीब पौने दो साल पहले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा छोड़कर जाने वालों की पार्टी में फिर वापसी होगी।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan Politics: राजस्थान में करीब पौने दो साल पहले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा छोड़कर जाने वालों की पार्टी में फिर वापसी होगी। पुराने साथियों की वापसी को लेकर भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ चर्चा की है। भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री वी.सतीश पुराने साथियों की वापसी पर सहमत है।
जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से नाराजगी के चलते भाजपा छोड़कर जाने वाले वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी, पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह के साथ ही पूर्व मंत्री सुरेंद्र गोयल व उषा पूनिया की भी पार्टी में वापसी होगी। तिवाड़ी और मानवेंद्र सिंह को वसुंधरा राजे का कट्टर विरोधी माने जाता है। लेकिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और वसुंधरा राजे के विरोधी गुट के नेता तिवाड़ी और मानवेंद्र सिंह को भाजपा में वापस लाना चाहते हैं। इनमें प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया व उप नेता राजेंद्र राठौड़ शामिल है। इन तीनों नेताओं ने राष्ट्रीय नेतृत्व को दोनों नेताओं की वापसी को लेकर लगभग तैयार कर लिया है। इनके अलावा पूर्व मंत्री सुरेंद्र गोयल व उषा पूनिया की भाजपा में वापसी को लेकर भी प्रयास तेज हो गए हैं। गोयल व पूनिया को वसुंधरा राजे के निकट माना जाता है। दोनों ने पिछले दिनों वसुंधरा राजे से मुलाकात की थी।
सूत्रों के अनुसार वसुंधरा राजे ने राष्ट्रीय नेतृत्व से गोयल व पूनिया की वापसी को लेकर चर्चा की है। गोयल व पूनिया ने विधानसभा चुनाव-2018 में टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर कांग्रेस का दामन थाम लिया था। लेकिन अब वसुंधरा राजे से उनकी मुलाकात काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। कयास लगाये जा रहे हैं कि चारों नेताओं की जल्द घर वापसी हो सकती है।