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Rajasthan: सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर लोकेंद्र सिंह के खिलाफ पुलिस कार्रवाई पर हाईकोर्ट की रोक

Sachin Pilot सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर लोकेंद्र सिंह ने हाईकोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दायर किया था जिसमें बताया कि जैसलमेर स्थित होटल में विधायकों की बाड़ेबंदी के दौरान उनके मोबाइल फोन को टेप करने की खबर चलाने के मामले में पुलिस ने द्वेषतापूर्ण कार्रवाई की है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 16 Oct 2020 06:24 PM (IST)Updated: Fri, 16 Oct 2020 06:24 PM (IST)
Rajasthan: सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर लोकेंद्र सिंह के खिलाफ पुलिस कार्रवाई पर हाईकोर्ट की रोक
सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर लोकेंद्र सिंह के खिलाफ पुलिस कार्रवाई पर राजस्थान हाईकोर्ट ने रोक लगाई।

जागरण संवाददाता, जयपुर। Sachin Pilot: राजस्थान हाईकोर्ट ने पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर लोकेंद्र सिंह के खिलाफ कोई भी बलपूर्वक कार्रवाई करने पर 18 नवंबर तक रोक लगा दी है। साथ ही, हाईकोर्ट ने केस डायरी तलब की है। राजस्थान हाईकोर्ट की जयपुर बेंच के न्यायाधीश गोवर्धन बाढ़दार ने शुक्रवार को इस मामले की सुनवाई की। इस मामले में अगली सुनवाई 19 नवंबर को होगी। लोकेंद्र सिंह की तरफ से एडवोकेट एसएस होरा ने पैरवी की। हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद अब विधायकपुरी थाना पुलिस लोकेंद्र सिंह को 18 नवंबर तक गिरफ्तार या अन्य कोई कार्रवाई नहीं कर सकेगी। एक न्यूज एजेंसी के संचालक और पायलट के मीडिया मैनेजर लोकेंद्र सिंह ने हाईकोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दायर किया था, जिसमें बताया कि जैसलमेर स्थित होटल में विधायकों की बाड़ेबंदी के दौरान उनके मोबाइल फोन को टेप करने की खबर चलाने के मामले में पुलिस ने द्वेषतापूर्ण कार्रवाई की है।

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लोकेंद्र सिंह ने इस बात को स्वीकार किया कि गत सात अगस्त को दोपहर को अपने मोबाइल फोन से कुछ मीडियाकर्मियों को विधायकों के फोन टेप करने की सूचना भेजी थी। लेकिन, इसके पहले ही सुबह करीब नौ बजे एक नेशनल और एक रीजनल चैनल पर यह खबर प्रसारित हो गई थी। इसके तथ्य भी लोकेंद्र सिंह ने हाईकोर्ट को दिए है। पुलिस कार्रवाई पर रोक लगाने संबंधी प्रार्थना पत्र में उन्होंने कहा कि जब अन्य चैनलों पर यह खबर चल गई तो फिर उसी खबर को लेकर उन्हें साजिशकर्ता बताना जाना सही नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वे एक न्यूज एजेंसी चलाते हैं। उन्होंने अपने वॉट्सएप पर अपनी न्यूज एजेंसी की खबर ही भेजी थी। यह एक पत्रकार के तौर पर दी गई खबर थी, जो कि एक अपराध नहीं है।

यह था मामला

सचिन पायलट गुट के विधायकों के बगावती तेवर अपनाने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थक विधायकों को जुलाई-अगस्त में जयपुर और जैसलमेर की होटलों में रखा गया था। इस बीच, सात अगस्त को एक खबर आई कि जैसलमेर स्थित होटल में मौजूद विधायकों के फोन टेप किए जा रहे है। यह टेपिंग जयपुर से की जा रही है। इस संबंध में विधायकों के नाम की एक लिस्ट भी वायरल हुई थी। हालांकि इन खबरों का सरकार की ओर से तत्काल खंडन किया गया। लेकिन पिछले दिनों अचानक पुलिस कमिश्नरेट में सायबर थाना प्रभारी सुरेंद्र पंचोली द्वारा विधायकपुरी थाने में एक दर्ज करवाया कि पत्रकार लोकेंद्र सिंह व एक राष्ट्रीय चैनल के पत्रकार ने फोन टेपिंग की भ्रामक खबर बिना तथ्यों के चलाई। इसकी जांच थाना प्रभारी ओमप्रकाश मातवा कर रहे हैं।


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