राजस्थान कांग्रेस में सबकुछ नहीं चल रहा ठीक, पैसे देकर मंत्री बनने का लगाया आरोप
राजस्थान कांग्रेस सत्ता और संगठन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खींचतान तेज ।
जयपुर,नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान कांग्रेस सत्ता और संगठन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रही खींचतान का असर अब विधायकों एवं संगठन के पदाधिकारियों में नजर आने लगा है। दोनों दिग्गजों में चल रही कुर्सी की लड़ाई के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक रामनारायण मीणा ने मंत्री बनाने और टिकट बांटने में पैसों के लेनदेन की बात कही है।
एक बार सांसद और राज्य विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे मीणा का कहना है कि सरकार और संगठन में वरिष्ठता को प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। पिछले कुछ समय से नेतृत्व से नाराज चल रहे मीणा ने दैनिक जागरण से बातचीत में कुछ लोगों के पैसे देकर मंत्री बनने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पैसे देकर मंत्रीपद लिया है उन्हे हटाया जाना चाहिए। खुद को स्व.श्रीमती इंदिरा गांधी के जमाने के कार्यकर्ता बताते हुए चार बार विधायक रहे मीणा का कहना है कि टिकट वितरण में भी पैसों के लेनदेन की बात कुछ लोगों ने आलाकमान तक पहुंचाई थी। मीणा ने कहा कि जिन लोगों को भाजपा सरकार के कार्यकाल में मुकदमों में राहत मिली, उन्हे अब हमारी सरकार में सम्मान दिया जा रहा है।
उधर मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज चल रहे वरिष्ठ कांग्रेसी विधायक हेमाराम चौधरी ने विधानसभा की कार्रवाई में शामिल होना छोड़ दिया है। चौधरी के साथ ही दयाराम परमार और महेंद्रजीत मालवीय ने भी अपनी नाराजगी आलाकमान तक पहुंचाई है। हेमाराम चौधरी ने कहा कि मैने अपनी बात ऊपर तक पहुंचा दी है। जाहिदा खान और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत भी मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज बताए जाते है। जाहिदा खान के पिता स्व.तैयब हुसैन मेव समाज के बड़े नेता माने जाते थे और वे हरियाणा एवं राजस्थान सरकार में मंत्री रहे थे।
बसपा और निर्दलीय विधायक बोले,हम गहलोत के साथ
बसपा विधायक राजेंद्र गुढ़ा ने शुक्रवार को विधानसभा परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि बसपा के सभी 6 विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वह होना चाहिए जो राजस्थान की मिट्टी का हो। गहलोत जनता के दिल की आवाज है। गहलोत सभी के बीच लोकप्रिय है।
उधर, निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने कहा कि गहलोत को सभी वर्गों का समर्थन हासिल है। वे प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री है। उल्लेखनीय है कि सत्ता में आने के साथ ही गहलोत और पायलट के बीच सीएम की कुर्सी को लेकर विवाद शुरू हो गया था। दो दिन पहले बजट पेश करने के बाद गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में गांव और ढ़ाणियों से मुझे मुख्यमंत्री बनाने की बात सामने आ रही थी,लोगों ने मेरे नाम पर वोट दिया था । यह कहा जा रहा था कि गहलोत को सीएम बनाने के लिए वोट दिया जा रहा है।
राहुल गांधी ने इसी भावना को ध्यान में रखकर मुझे सीएम बनाने का निर्णय लिया। उधर पायलट समर्थकों का कहना है कि विधानसभा चुनाव सचिन पायलट के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए लड़ा गया था और कांग्रेस को सफलता मिली,लेकिन गहलोत के सीएम बनने के बाद हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार हुई उसके लिए वे ही जिम्मेदार है।