मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफा मांगने वाले कांग्रेस विधायक दिल्ली तलब
लोकसभा चुनाव में राजस्थान की सभी 25 सीटों पर हार के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जिम्मेदार बताते हुए इस्तीफा मांगने वाले कांग्रेस विधायक पी.आर.मीणा के तीखे तेवर बरकरार
जयपुर, जागरण संवाददाता। लोकसभा चुनाव में राजस्थान की सभी 25 सीटों पर हार के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जिम्मेदार बताते हुए इस्तीफा मांगने वाले कांग्रेस विधायक पी.आर.मीणा के तीखे तेवर गुरूवार को भी बरकरार रहे। गहलोत को हटाकर उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को सीएम बनाने की मांग करने वाले विधायक पी.आर.मीणा को गुरूवार सुबह कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल और राष्ट्रीय सचिव विवेक बंसल ने दिल्ली तलब किया।
वहीं प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने टेलीफोन पर मीणा से स्पष्टीकरण मांगा। पांडे इन दिनों नागपुर में है। केंद्रीय नेताओं ने मीणा को पार्टी लाइन के बाहर जाकर बयानबाजी नहीं करने के निर्देश देते हुए कहा कि वे सार्वजनिक रूप से अपनी बात कहना बंद करें।
हालांकि मीणा गुरूवार को भी बुधवार को मीडिया में दिए गए उस बयान पर कायम रहे,जिसमें उन्होंने सीएम को हटाने की मांग की थी। मीणा ने दोनों महासचिवों को कहा कि यदि गहलोत को नहीं हटाया गया तो कांग्रेस में बड़ा विद्रोह हो सकता है। कांग्रेस खत्म हो जाएगी।
"दैनिक जागरण" से बातचीत में मीणा ने कहा कि गहलोत ने जातियों को आपस में लड़ाने का काम किया है।गहलोत के कारण जाट और राजपूत वोट बैंक कांग्रेस से दूर हो गया। गहलोत इन दोनों जातियों के विरोधी रहे है। उन्होंने कहा कि गुर्जर और मीणा समाज भी गहलोत के कारण ही कांग्रेस को छोड़कर भाजपा के साथ गया।
उन्होंने कहा कि गहलोत तीसरी बार सीएम बनें है। पहले दो बार सीएम बने और फिर विधानसभा चुनाव हुए तो एक बार कांग्रेस को 56 सीटें मिली एवं दूसरी बार 21 सीटें मिली। इसी बात से गहलोत की सरकार चलाने की क्षमता को देखा जा सकता है।
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