Rajasthan: सीएम अशोक गहलोत एक माह तक किसी से नहीं मिलेंगे
Ashok Gehlot मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अगले एक महीने तक के लिए मुलाकात के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। इस दौरान वे किसी से मुलाकात भी नहीं करेंगे।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Ashok Gehlot: राजस्थान में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अगले एक महीने तक के लिए मुलाकात के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। इस दौरान वे किसी से मुलाकात भी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और हेल्थ प्रोटोकाॅल की पालना ही मुख्य उपाय है। खुद का बचाव खुद करके ही इस संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन की यात्रा से एक दिन पहले गहलोत द्वारा किसी से मुलाकात नहीं करने के निर्णय को कांग्रेस की आंतरिक राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल,सचिन पायलट के साथ एक माह तक चले विवाद के बाद कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश के सभी मामलों के निपटारे के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी। इसमें कोषाध्यक्ष अहमद पटेल,संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल व अजय माकन शामिल हैं।
माकन को प्रदेश के नेताओं के साथ संवाद कर के अपनी रिपोर्ट पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को देनी है। इस रिपोर्ट के आधार पर मंत्रिपरिषद में फेरबदल, राजनीतिक नियुक्तियां व प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी का गठन होगा। प्रदेश के कांग्रेसियों से फीडबैक लेने के लिहाज से माकन संभागवार दौरा कर रहे हैं। इसी सिलसिले में बुधवार को वे अजमेर पहुंचे और गुरुवार को जयपुर में रहेंगे। माकन की यात्रा के एक दिन पहले मंगलवार को गहलोत ने अपने समर्थक विधायकों के साथ लंबी चर्चा की। गहलोत ने विधायकों को बताया कि उन्हें माकन को सत्ता व संगठन को लेकर क्या कहना है। अजमेर संभाग में पायलट समर्थक विधायकों की अधिक संख्या को देखते हुए गहलोत ने अपने खेमे के विधायकों को मजबूती के साथ माकन के समक्ष पक्ष रखने के लिए कहा है। सूत्रों के अनुसार, माकन का गुरुवार को गहलोत व पायलट के साथ बैठक का कार्यक्रम था, लेकिन इससे पहले ही मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी को देखते हुए किसी से नहीं मिलने की घोषणा कर दी।
चिकित्सकों ने दी सलाह
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी प्रेस नोट के मुताबिक चिकित्सकों की सलाह पर गहलोत ने आगामी एक माह तक आमजन सहित अन्य सभी लोगों से मुलाकात नहीं करने का निर्णय लिया है। इस दौरान वे सिर्फ सुशासन के लिए वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से चर्चा करेंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री निवास व कार्यालय में भी लगभग 40 कार्मिक व सुरक्षाकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। गहलोत ने कहा कि कोविड-19 महामारी के संकट के इस दौर में प्रदेशवासियों के जीवन की रक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए राज्य सरकार चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार व सुदृढ़ीकरण के साथ ही हरसंभव प्रयास कर रही है, लेकिन संक्रमण को सबकी भागीदारी से ही रोका जा सकता है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील है कि सभी लोग मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग रखें, भीड़ से बचें, सामाजिक मेल-जोल कम से कम रखें, आवश्यकता होने पर ही घर से निकलें और अन्य सभी हेल्थ प्रोटोकाॅल की पूरी जिम्मेदारी के साथ पालना करें।