Raghuvansh Prasad Singh RJD resigns : पत्र में छलका रघुवंश प्रसाद सिंह का दर्द, 32 वर्षों तक लालूजी आपके पीछे खड़ा रहा, लेकिन अब नहीं
Bihar Assembly Elections 2020 यूं तो उनका इलाज अभी दिल्ली एम्स में चल रहा है लेकिन उन्होंने राजद की सदस्यता से इस्तीफा देकर राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Raghuvansh Prasad Singh RJD resigns : चुनाव से पहले नेताओं के दल छोड़ने और आने का क्रम चलता रहता है। लेकिन, बात जब पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के लालू प्रसाद का साथ छोड़ने की हो तो इसे सामान्य नहीं कहा जा सकता। यूं तो उनका इलाज अभी दिल्ली एम्स में चल रहा है लेकिन, इस बीच उन्होंने राजद की सदस्यता से इस्तीफा देकर राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को लिखे पत्र में उनका दर्द साफ झलकता है। दशकों तक वफादार रहने के बाद की उपेक्षा का दर्द इन पंक्तियों के माध्यम से महसूस किया जा सकता है। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा, जननायक के निधन के बाद 32 वर्षों तक अापकी पीठ के पीछे खड़ा रहा लेकिन, अब नहीं। यह एक पंक्ति हाल के दिनों में चली घटना और उससे उनके दिल को पहुंची ठेस का ब्योरा है।
लालू के पुत्र की बात से चल रहे थे दुखी
वैशाली के पूर्व एलजेपी सांसद रामा सिंह आरजेडी में आना चाहते हैं। इस बात का रघुवंश प्रसाद विरोध कर रहे हैं। रघुवंश प्रसाद आरजेडी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। रघुवंश प्रसाद की नाराजगी पर पूछे गए सवाल पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने कहा कि पार्टी समुद्र होता है, उससे एक लोटा पानी निकलने से कुछ नहीं होता है। रघुवंश प्रसाद की तुलना एक लोटा पानी से किए जाने पर विवाद शुरू हो गया था, जिसके बाद तेज प्रताप यादव ने कहा था कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। रघुवंश प्रसाद उनके चाचा हैं। इसी विवाद के दौरान तेज प्रताप यादव जब पिता से मिलने पहुंचे थे तब लालू प्रसाद यादव ने भी उन्हें रघुवंश प्रसाद को लेकर इस तरह का बयान देने के लिए फटकार लगाई थी। हालांकि कार्यकर्ताओं के राबड़ी आवास पर विरोध के बाद भी तेजस्वी यादव ने कहा है कि रामा सिंह को पार्टी में लेने पर पार्टी निर्णय लेगी।