राबड़ी का PM मोदी पर बड़ा हमला: बताया भाषाई आतंकी, कहा- चलाते बिना हड्डी की जुबान
लोकसभा चुनाव को ले पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार के मुजफ्फरपुर में चुनावी जनसभा की। इस दौरान उन्होंने विपक्ष व लालू यादव पर जमकर तंज कसे। इसपर राबड़ी देवी भड़क गईं।
By Amit AlokEdited By: Published: Tue, 30 Apr 2019 10:19 PM (IST)Updated: Wed, 01 May 2019 01:17 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसद यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है। मंगलवार को बिहार के मुजफ्फरपुर में हुई चुनावी जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सांकेतिक हमले पर राबड़ी देवी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे बिहार में भाषाई आतंक फैला रहे हैं। वे प्रधानमंत्री पद की गरिमा और मर्यादा त्याग चुके हैं। राबड़ी ने प्रधानमंत्री को बिना हड्डी की ज़ुबान फ़ालतू चलाने वाला प्रधानमंत्री बताया।
राबड़ी देवी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर गुस्से में थीं, जिसमें उन्होंने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि जो जेल में हैं या जेल के दरवाजे पर हैं, उन्हें डर है कि केंद्र की मजबूत सरकार उन्हें छोड़ेगी नहीं।
कहा: पद की गरिमा का ध्यान नहीं
प्रधानमंत्री के बयान के बाद राबड़ी देवी ने धड़ाधड़ कई ट्वीट कर भाषाई मर्यादा की नसीहत दी। राबड़ी ने कहा कि मोदी बिहार आकर आतंक फैला रहे हैं। पद की गरिमा व मर्यादा त्याग कर सीधे गुंडागर्दी पर उतर आए हैं।
ऐसी भाषा तो गली के गुंडों की होती है। वे विपक्षियों को जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं।
राबड़ी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जैसी भाषा का प्रयोग किया, वह सभ्य लोगों की भाषा नहीं है। वे विपक्षियों को जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। किंतु वे यह समझ लें कि हर बिहारी नीतीश कुमार की तरह नहीं होता। जनता तानाशाहों की हेकड़ी निकालना जानती है।
बालिका गृह को ले मौन पर उठाए सवाल
राबड़ी देवी ने प्रधानमंत्री द्वारा मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बारे में कुछ नहीं बोलने की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में सत्ता के संरक्षण में 34 नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ। किंतु एक साल बाद भी प्रधानमंत्री ने इस कांड पर एक बार भी कुछ नहीं कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि इस कांड में मोदी व नीतीश सरकार के नेताओं की संलिप्तता रही।
लगाया दुष्कर्मियों को संरक्षण देने का आरोप
राबड़ी इतने पर हीं नहीं रुकीं। अपने अगले ट्वीट में उन्होंने नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को दुष्कर्मियों का संरक्षक बता दिया। मुजफ्फरपुर बालिकागृह कांड में नीतीश कुमार को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद सीबीआइ के जांच अधिकारी को रातों-रात बदला गया और यहां आकर यह फर्जी आदमी प्रवचन दे रहा है। कुछ शर्म बची है कि नहीं।
बताया बिना हड्डी की ज़ुबान चलाने वाला प्रधानमंत्री
राबड़ी ने प्रधानमंत्री को बिना हड्डी की ज़ुबान को फ़ालतू चलाने वाला प्रधानमंत्री बताया तथा कहा कि वे कभी मासूम बच्चियों की चीख़ और कराह पर भी दो शब्द बोलें। दुनिया में कोई छींक भी मारे तो ट्वीट करने वाले प्रधानमंत्री कभी इसपर भी ज़ुबान खोलें। आगे नीतीश कुमार को पलटू कुमार की संज्ञा देते हुए लिखा कि उनकी कारस्तानियों पर आंख बंद करना साथ ही देना हुआ।
आगे राबड़ी देवी ने अपने ट्वीट में विकास के चुनावी मुद्दों पर भी प्रधानमंत्री को घेरा। उन्होंने लिखा कि मोदी ने इस चुनाव में छह बार बिहार आकर प्रवचन बांचा, लेकिन रोजगार, विकास, विशेष राज्य का दर्जा, विशेष पैकेज, नौजवानों व किसानोंके सवाल, दो करोड़ नौकरियों व खातों में 15 लाख रुपये पर बात करते समय मुंह पर ताला जड़ लिया है। उन्होंने सवाल किया कि विपक्षियों को गाली देने के सिवाय आपने (पीएम मोदी ने) पांच साल में किया क्या है?
राबड़ी देवी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान पर गुस्से में थीं, जिसमें उन्होंने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि जो जेल में हैं या जेल के दरवाजे पर हैं, उन्हें डर है कि केंद्र की मजबूत सरकार उन्हें छोड़ेगी नहीं।
कहा: पद की गरिमा का ध्यान नहीं
प्रधानमंत्री के बयान के बाद राबड़ी देवी ने धड़ाधड़ कई ट्वीट कर भाषाई मर्यादा की नसीहत दी। राबड़ी ने कहा कि मोदी बिहार आकर आतंक फैला रहे हैं। पद की गरिमा व मर्यादा त्याग कर सीधे गुंडागर्दी पर उतर आए हैं।
ऐसी भाषा तो गली के गुंडों की होती है। वे विपक्षियों को जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं।
राबड़ी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जैसी भाषा का प्रयोग किया, वह सभ्य लोगों की भाषा नहीं है। वे विपक्षियों को जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। किंतु वे यह समझ लें कि हर बिहारी नीतीश कुमार की तरह नहीं होता। जनता तानाशाहों की हेकड़ी निकालना जानती है।
बालिका गृह को ले मौन पर उठाए सवाल
राबड़ी देवी ने प्रधानमंत्री द्वारा मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बारे में कुछ नहीं बोलने की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में सत्ता के संरक्षण में 34 नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ। किंतु एक साल बाद भी प्रधानमंत्री ने इस कांड पर एक बार भी कुछ नहीं कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि इस कांड में मोदी व नीतीश सरकार के नेताओं की संलिप्तता रही।
लगाया दुष्कर्मियों को संरक्षण देने का आरोप
राबड़ी इतने पर हीं नहीं रुकीं। अपने अगले ट्वीट में उन्होंने नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को दुष्कर्मियों का संरक्षक बता दिया। मुजफ्फरपुर बालिकागृह कांड में नीतीश कुमार को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद सीबीआइ के जांच अधिकारी को रातों-रात बदला गया और यहां आकर यह फर्जी आदमी प्रवचन दे रहा है। कुछ शर्म बची है कि नहीं।
बताया बिना हड्डी की ज़ुबान चलाने वाला प्रधानमंत्री
राबड़ी ने प्रधानमंत्री को बिना हड्डी की ज़ुबान को फ़ालतू चलाने वाला प्रधानमंत्री बताया तथा कहा कि वे कभी मासूम बच्चियों की चीख़ और कराह पर भी दो शब्द बोलें। दुनिया में कोई छींक भी मारे तो ट्वीट करने वाले प्रधानमंत्री कभी इसपर भी ज़ुबान खोलें। आगे नीतीश कुमार को पलटू कुमार की संज्ञा देते हुए लिखा कि उनकी कारस्तानियों पर आंख बंद करना साथ ही देना हुआ।
आगे राबड़ी देवी ने अपने ट्वीट में विकास के चुनावी मुद्दों पर भी प्रधानमंत्री को घेरा। उन्होंने लिखा कि मोदी ने इस चुनाव में छह बार बिहार आकर प्रवचन बांचा, लेकिन रोजगार, विकास, विशेष राज्य का दर्जा, विशेष पैकेज, नौजवानों व किसानोंके सवाल, दो करोड़ नौकरियों व खातों में 15 लाख रुपये पर बात करते समय मुंह पर ताला जड़ लिया है। उन्होंने सवाल किया कि विपक्षियों को गाली देने के सिवाय आपने (पीएम मोदी ने) पांच साल में किया क्या है?
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें