Protest In Bengal: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में बंगाल में हिंसक प्रदर्शन, तोड़फोड़ व आगजनी
Protest In Bengal. बंगाल के मुर्शिदाबाद बीरभूम तथा उत्तर 24 परगना में लोगों ने हिंसक प्रदर्शन किया। इस दौरान टायर जलाकर सड़क अवरोध किया गया।
कोलकाता, जेएनएन। Protest In Bengal. नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पश्चिम बंगाल में हिंसक प्रदर्शन का दौर जारी है। रविवार को भी राज्य में मुर्शिदाबाद, बीरभूम तथा उत्तर 24 परगना में लोगों ने हिंसक प्रदर्शन किया। इस दौरान टायर जलाकर सड़क अवरोध किया गया। इससे यातायात बड़े पैमाने पर प्रभावित हुआ है। कई जगहों पर ट्रेन सेवाएं बंद हैं, जिससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हावड़ा से दूरगामी ट्रेन समय बंद होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हावड़ा, उत्तर 24 परगना और मुर्शिदाबाद के विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेनों को रोक दिया गया है। इस बीच, मालदा और आसपास के जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
वहीं, कोलकाता में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैं राज्य के लोगों से अपील करता हूं कि वे संकट में पड़े लोगों की मदद करने के लिए और शांति बनाए रखने के लिए कुछ करें।
मालदा में रेललाइन में लगाई आग
मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर पुलिस स्टेशन के भालुका रोड रेलवे स्टेशन पर सुबह से ही नाकाबंदी रही। हजारों लोगों की भीड़ ने रेलवे लाइन में आग लगा दी है और एनआरसी और कैब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को अवरुद्ध कर दिया है। घटना की सूचना पर बलुका फरीया और हरिश्चंद्र पुर पुलिस स्टेशन से बड़ी संख्या में पुलिस पहुंची है। स्थिति तनाव पूर्ण हो गई है।
बवाल रोकने के लिए बंगाल के छह जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लगातार लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रही हैं लेकिन नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर बंगाल में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार तीसरे दिन रविवार को कई जिलों में कहीं सड़क रोक कर तो कहीं रेल रोक कर विरोध प्रदर्शन, आगजनी की गई। शासन-प्रशासन में हड़कंप है। इस बीच सोशल मीडिया पर अफवाहों को रोकने के लिए राज्य सरकार ने एहतियातन छह जिलों में अस्थाई रूप से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दिया है।
राज्य सचिवालय नवान्न सूत्रों के अनुसार उत्तर दिनाजपुर, मालदा, मुर्शिदाबाद, हावड़ा के अलावा उत्तर 24 परगना जिले के बारासात व बशिरहाट, दक्षिण 24 परगना जिले के बारुइपुर और कैनिंग में इंटरनेट सेवाएं अस्थाई रूप से बंद कर दी गई है।
उधर, पुलिस ने कहा कि राज्य के उक्त हिस्सों से हिंसा की छिटपुट घटनाएं जारी हैं। बयान में कहा गया कि कुछ सांप्रदायिक ताकतों के ओर से विभिन्न हिस्से में शांति भंग करने की कोशिश की जा रही है जिस पर प्रशासन की कड़ी नजर है।
पार्थ चटर्जी ने की शांति की अपील
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने शांति की अपील की है और प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि संशोधित कानून राज्य में लागू नहीं होगा। चटर्जी ने कहा कि हम हर किसी से शांति बनाए रखने की अपील करेंगे। हम आपको आश्वासन दे सकते हैं कि कानून राज्य में लागू नहीं किया जाएगा।
कोलकाता में जुलूस निकालेगी तृणमूल
बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में सोमवार को कोलकाता की सड़कों पर उतरेगी। तृणमूल का जुलूस संविधान के निर्माता डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति के समक्ष से निकल कर कविगुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर की जन्मस्थली जोड़ाशांकू ठाकुरबाड़ी तक पहुंच कर समाप्त होगा। पूर्व प्रस्तावित जुलूस का नेतृत्व पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी करेंगी। इसकी घोषणा शुक्रवार को खुद ममता बनर्जी ने दीघा में प्रेस वार्ता के दौरान की थी। वहीं, मंगलवार को दक्षिण कोलकाता में जादवपुर 8-बी बस स्टैंड से मेयो रोड स्थित गांधी प्रतिमा तक जुलूस निकाला जाएगा।
हावड़ा में आगामी 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद
नागरिकता संशोधन कानून व प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिकता पंजी को लेकर जिले में जारी विरोध व हिंसा के मद्देनजर जिला प्रशासन ने हावड़ा जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद करने की घोषणा की है। मिली सूचना के अनुसार पूरे जिले में इंटरनेट सेवाएं 24 घंटे के लिए बंद रहेंगी। इसके दायरे में केबल इंटरनेट सेवाएं भी शामिल होंगी। 16 दिसंबर (सोमवार) की शाम 5 बजे के बाद इंटरनेट सेवाएं बहाल की जाएंगी। हालांकि इसके लिए राज्य सरकार से आवश्यक निर्देश मिलना जरूरी होगा।
उल्लेखनीय है कि नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी के खिलाफ बीते 3 दिनों से हावड़ा में लगातार विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। इसके कारण जिले में सड़क और रेल यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। स्टेशनों में तोड़फोड़ व आगजनी के कारण दक्षिण पूर्व रेलवे की एकाधिक ट्रेनें रद कर दी गई हैं। वही जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग -6 पर आंदोलनकारियों के विरोध व पथावरोध के कारण सड़क यातायात लगभग पूरी तरह से ठप है।
इससे आम यात्रियों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ा है। ट्रेनें कम चलने के कारण हावड़ा स्टेशन पर काफी संख्या में रेल यात्री फंसे हुए हैं। दक्षिण भारत जाने वाले रेल यात्रियों को इस विरोध के कारण सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा है। इधर रविवार को भी हावड़ा के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन की खबरें सामने आईं। जिला प्रशासन के अनुसार जिले में उत्पन्न वर्तमान स्थिति को देखते हुए उक्त कदम उठाया गया है।
बंगाल में इस तरह बढ़ा बवाल
बंगाल दूसरे दिन शनिवार को भी जलता रहा। शुक्रवार की घटनाओं से रेल प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया, लिहाजा दूसरे दिन भी रेलवे को ही सबसे ज्यादा निशाना बनाया गया। प्रदर्शनकारियों ने कई बसों को आग लगाने के अलावा रेलवे स्टेशनों पर आगजनी की, फर्नीचर को ट्रैक पर डालकर आग लगा दी, टिकट काउंटरों पर तोड़फोड़ और लूटपाट की, खाली खड़ी चार ट्रेनों और मालगाड़ी के इंजन को आग के हवाले कर दिया गया। जान बचाने के लिए रेल कर्मचारी स्टेशनों को छोड़कर भाग खड़े हुए। लिहाजा 40 से अधिक ईएमयू और एक्सप्रेस ट्रेनों को रद कर दिया गया। सात ट्रेनों को रास्ते में ही समाप्त कर दिया गया। जबकि पांच ट्रेनों को मार्ग बदलकर चलाया गया। सूत्रों के अनुसार, बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को पूर्व रेलवे के सियालदह डिवीजन अंतर्गत कई स्टेशनों को निशाना बनाया।
मुर्शिदाबाद के सुजनीपाड़ा स्टेशन को तोड़फोड़ के बाद आग लगा दी गई। कृष्णपुर स्टेशन पर खाली खड़ी चार ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया। लालगोला, जियागंज स्टेशनों में भी तोड़फोड़ की गई। स्टेशनों के फर्नीचर को ट्रैक पर डालकर आग लगा दी गई, इससे लालगोला-कृष्णानगर सेक्शन पर संचालन पूरी तरह ठप हो गया। प्रदर्शनकारियों ने दूसरे दिन भी बेलडांगा स्टेशन पर तोड़फोड़ और आगजनी की। मौके पर पहुंची दमकल गाड़ी को भी आग लगा दी गई। हारुआ रोड स्टेशन के पास और सोनदलिया-लेबुतला स्टेशन के बीच लेवल क्रासिंग तोड़ दिया गया। ट्रेनों पर भी जमकर पथराव किया गया। भीड़ के तेवर देख आरपीएफ और जीआरपी के साथ ही रेल कर्मचारी भी भाग खड़े हुए।