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ढेर सारी सौगात के साथ पहला गैर कांग्रेस PM आ रहा अमेठी, मनमोहन एक बार भी नहीं आए

इंदिरा व राजीव के बाद मोदी अमेठी पहुंच विकास कार्यों की आधारशिला रखने वाले होंगे तीसरे प्रधानमंत्री। बीते 29 सालों में 15 साल रहा कांग्रेस का राज दस साल में राहुल के गढ़ कभी नहीं आये मनमोहन।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 27 Feb 2019 06:16 PM (IST)Updated: Thu, 28 Feb 2019 04:06 PM (IST)
ढेर सारी सौगात के साथ पहला गैर कांग्रेस PM आ रहा अमेठी, मनमोहन एक बार भी नहीं आए
ढेर सारी सौगात के साथ पहला गैर कांग्रेस PM आ रहा अमेठी, मनमोहन एक बार भी नहीं आए
अमेठी [दिलीप सिंह]। प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद पहली बार अमेठी आ रहे नरेंद्र मोदी का स्वागत करने को यहां पर लोग बेहद आतुर हैं। कभी बात-बात में प्रधानमंत्री की बात करने वाली अमेठी में राजीव गांधी के सत्ता के शिखर से उतरने के 29 वर्ष बाद कोई प्रधानमंत्री सौगातों के साथ आ रहा है।
इंदिरा गांधी व राजीव गांधी के बाद नरेंद्र मोदी अमेठी पहुंच विकास कार्यों की आधारशिला रखने वाले देश के तीसरे व गैर कांग्रेसी पहले प्रधानमंत्री होंगे। बीते 29 वर्ष में देश में सत्ता की बागडोर सीधे तौर पर 15 वर्ष तक कांग्रेस के हाथ में रही, लेकिन अमेठी का हाथ थामने उसके आंगन में न तो प्रधानमंत्री रहते हुए नरसिंहाराव आये और न हीं दस वर्ष में कभी सरकार मनमोहन सिंह ही राहुल गांधी की सियासी कर्मभूमि पहुंचे।
वैसे राजीव गांधी का बतौर सांसद प्रधानमंत्री रहते हुए यहां आना-जाना आम था, लेकिन 1989 में प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने अंतिम बार अमेठी में विकास योजनाओं की आधारशिला रखी थी। इससे पहले प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी बड़ी सौगातों के साथ तीन बार अमेठी आई थी और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साढ़े 12 हजार करोड़ की योजनाओं की सौगात लेकर आ रहे हैं तो अमेठी लंबे समय बाद फिर प्रधानमंत्री के स्वागत को आतुर है।
कांग्रेसी प्रधानमंत्रियों की दूरी भी बनेगी मुद्दा
सियासत में अमेठी का बहुत बड़ा मुकाम है। अमेठी वह जगह है, जहां गांधी-नेहरु परिवार के लाडलों व बहुओं ने राजनीति का ककहरा सीखा है। पंडित नेहरु व इंदिरा गांधी के बाद संजय-राजीव के परिवार में वरुण गांधी को छोड़ दिया जाय तो सभी ने अमेठी के रास्ते ही सियासत में कदम रखा है। इसके बाद भी कांग्रेस की हुकूमत में पार्टी के प्रधानमंत्रियों की अमेठी से दूरी आने वाले चुनाव में मुद्दा बन सकती है।
मोदी की रैली, खिलाएगी गुल
तीन मार्च को अमेठी में होने वाली पीएम मोदी की रैली आने वाले दिनों में बड़ा सियासी गुल खिलाएगी। 2014 में पीएम मोदी की रैली के बाद राहुल गांधी के मुकाबले स्मृति को मिले तीन लाख से अधिक मतों ने अमेठी में भाजपा के लिए उम्मीदों का दीया जलाया है, जिसे लगातार रोशन रखने के लिए हारने के बाद भी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी यहां खासी सक्रिय हैं। उनका मानना है कि अमेठी में आम चुनाव 2014 के पहले जो वादा नरेंद्र भाई मोदी ने किया था, उसे हमारी सरकारें पूरा कर रही है। अमेठी के विकास पर हमारा पूरा फोकस है और आगे भी रहेगा।

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