IAS रानी नागर के त्यागपत्र पर राजनीति गर्म, अब भीम आर्मी की हरियाणा विधान सभा घेरने की चेतावनी
भीम आर्मी एवं आजाद समाज पार्टी सुप्रीमो चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि अब एक महिला आईएएस अधिकारी को न्याय नहीं मिल पा रहा है तो आम जनता की कौन सुनवाई करेगा?
लखनऊ, जेएनएन। हरियाणा कैडर की महिला आईएएस रानी नागर के सुरक्षा कारणों से त्यागपत्र देने के मुद्दे पर राजनीतिक गर्माहट बढ़ती जा रही है। बसपा मुखिया मायावती के कड़े विरोध जताए जाने के बाद अन्य दलों और संगठनों ने भी भारतीय जनता पार्टी पर हमले तेज कर दिए हैं। भीम आर्मी एवं आजाद समाज पार्टी ने लॉकडाउन खत्म होने के बाद हरियाणा विधानसभा घेरने की चेतावनी दी है।
भीम आर्मी एवं आजाद समाज पार्टी सुप्रीमो चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि अब एक महिला आइएएस अधिकारी को न्याय नहीं मिल पा रहा है तो आम जनता की कौन सुनवाई करेगा? उन्होंने कहा कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद अन्य संगठनों के साथ मिलकर हरियाणा विधानसभा का घेराव किया जाएगा। उधर, अखिल भारतीय गुर्जर परिषद के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र भाटी ने कहा कि महिला आइएएस रानी नागर के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने सरकार के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे को दिखावा बताते हुए कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का मौन दुर्भाग्यपूर्ण है।
इससे पहले हरियाणा कैडर की महिला आइएएस अफसर रानी नागर के त्यागपत्र देने को दुर्भाग्यपूर्ण बताने के साथ बसपा अध्यक्ष मायावती ने महिला सुरक्षा व सम्मान के प्रति सरकार की उदासीनता पर सवाल उठाया है। बुधवार को मायावती ने ट्वीट किया कि हरियाणा की महिला आइएएस अफसर रानी नागर को नौकरी के दौरान अपनी जान को खतरे के कारण अंतत: नौकरी से ही इस्तीफा देकर वापस अपने घर यूपी लौट आना पड़ा है, जो अति दु:खद व अति दुर्भाग्यपूर्ण है। महिला सुरक्षा व सम्मान के मामले में ऐसी सरकारी उदासीनता व अन्यों की चुप्पी क्यों?
हरियाणा की महिला आईएएस अफसर रानी नागर को, ’नौकरी के दौरान अपनी जान को खतरा’ के कारण अन्ततः अपनी नौकरी से ही इस्तीफा देकर वापस अपने घर यूपी लौट आना पड़ा है, जो अति-दुःखद व अति-दुर्भाग्यपूर्ण। महिला सुरक्षा व सम्मान के मामले में ऐसी सरकारी उदासीनता व अन्यों की चुप्पी क्यों?— Mayawati (@Mayawati) May 6, 2020
राष्ट्रीय जाट महासंघ के अध्यक्ष रोहित जाखड़ ने भी आरोप लगाया कि महिला सशक्तिकरण जैसे नारे लगाकर राजनीतिक लाभ लेने वाले नेताओं को बेनकाब किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान की बेटी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।
बता दें कि गौतमबुद्धनगर जिले की मूल निवासी रानी नागर हरियाणा कैडर में आइएएस अफसर हैं। उन्होंने बीती चार मई को नौकरी से त्याग पत्र दे दिया था। इस्तीफे की वजह सरकारी डयूटी में व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरा बताया था। उन्होंने ई-मेल से अपना त्यागपत्र भेजा था।