Kolkata Municipal Corporation Election: पीके की सूची ने बढ़ाया तृणमूल पार्षदों का तनाव
Kolkata Municipal Corporation Election. पीके की सूची की जानकारी के लिए पार्षद पार्टी के नेता एवं सांसदों को बार-बार फोन कर रहे हैं।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। Kolkata Municipal Corporation Election. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले इस वर्ष कोलकाता नगर निगम का चुनाव होना है। इसे लेकर सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के पार्षद तनाव में हैं। उन्हें तनाव टिकट को लेकर है। इस बार उन्हें टिकट मिलेगा या नहीं, इसे लेकर पार्षद असमंजस में हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस बार प्रशांत किशोर (पीके) ने कामकाज एवं व्यवहार के आधार पर सत्तारूढ़ दल के पार्षदों की रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही मौजूदा पार्षदों की उम्मीदवारी पुन: तय की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, कई पार्षदों के नाम सूची से गायब हैं। ऐसे में उन्हें टिकट नहीं मिलेगा। हालांकि इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन पीके की सूची को लेकर पार्षदों में डर है। पीके की सूची की जानकारी के लिए पार्षद पार्टी के नेता एवं सांसदों को बार-बार फोन कर रहे हैं। वे इतनी बार फोन कर रहे हैं कि इससे नेता एवं सांसद भी परेशान हो गए हैं। कई पार्षद तो अपना नाम मालूम करने के लिए काली घाट पहुंच रहे हैं। उम्मीदवारी की सूची में नाम शामिल कराने के कई पार्षद नेताओं, मंत्रियों एवं सांसदों के घर भेटकी, गलदा मछली एवं झींगा लेकर पहुंच रहे हैं।
तृणमूल के एक नेता ने बताया कि पार्षदों को बताया गया है कि किसी की उम्मीदवारी पार्टी प्रमुख ही तय करेंगी। बाकी किसी सूची का कोई अर्थ नहीं है। इसके बाद भी पार्षदों के दिमाग से पीके का भूत नहीं निकल पा रहा है। सूत्रों के अनुसार, निगम चुनाव के पहले पीके द्वारा पार्षदों के कामकाज एवं उनके व्यवहार के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई है। इसमें प्रमोटिंग करने वाले एवं जनता के साथ दुर्व्यवहार तथा पानी के कनेक्शन या नाला बनाने के नाम पर पैसे लेने के आरोपित पार्षदों के नाम काली सूची में शामिल की गई है। ऐसे पार्षदों को फिर से टिकट नहीं मिलने की आशंका है।