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Rajasthan: राजस्थान में राज्यसभा टिकट तय होने के बाद पायलट समर्थक नाराज

राजस्थान में राज्यसभा टिकट तय होने के बाद पायलट समर्थक नाराज नीरज डांगी की उम्मीदवारी पर विधायकों ने जताई आपत्ति

By Preeti jhaEdited By: Published: Sun, 15 Mar 2020 08:52 AM (IST)Updated: Sun, 15 Mar 2020 08:52 AM (IST)
Rajasthan: राजस्थान में राज्यसभा टिकट तय होने के बाद पायलट समर्थक नाराज
Rajasthan: राजस्थान में राज्यसभा टिकट तय होने के बाद पायलट समर्थक नाराज

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा । मध्यप्रदेश के बाद अब राज्यसभा की टिकट के मुद्दे को लेकर राजस्थान कांग्रेस में घमासान शुरू हो गया है । राजस्थान के उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट के खास समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने नीरज डांगी को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाए जाने पर आपत्ति जताई है ।

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सोलंकी का कहना है कि नीरज डांगी तीन बार लगातार विधानसभा चुनाव हार चुके हैं,फिर भी उन्हे राज्यसभा में भेजने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरेगा । एक बातचीत में सोलंकी ने कहा कि यदि किसी दलित को ही राज्यसभा में भेजना था तो और भी कई नेता इस वर्ग के हैं,जिनका जनाधार होने के साथ ही पार्टी के प्रति वफादार भी है । सोलंकी का कहना है कि कांग्रेस के दलित नेताओं में यह चर्चा है कि इस वर्ग से क्या डांगी ही एकमात्र ऐसे नेता है क्यां जिन्हे राज्यसभा में भेजा जा सके ।सोलंकी के साथ ही पायलट समर्थक एक अन्य विधायक पी.आर.मीणा ने भी डांगी को उम्मीदवार बनाए जाने पर नाखुशी जाहिर की है ।

मीणा का कहना है कि जब लगातार तीन बार हारने वालों को राज्यसभा जैसी प्रतिष्ठित सीट मिलने लगेगी तो अन्य लोगों का मनोबल कम होगा । सोलंकी,मीणा के साथ ही प्रशांत बैरवा सहित कई विधायकों ने शुक्रवार को विधानसभा की हां पक्ष की लॉबी में डांगी की उम्मीदवारी को लेकर नाराजगी जताई ।दरअसल,नीरज डांगी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समर्थकों में शामिल है । डांगी को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक के भी निकट माना जाता है । कांग्रेस सूत्रों के अनुसार डांगी को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर चली एक्सरसाइज के दौरान पायलट ने भी आपत्ति जताई थी ।

पायलट का कहना था कि ऐसे नेता को राज्यसभा में भेजा जाना चाहिए,जिसकी दलित वर्ग में पकड़ हो और उसका पार्टी को आगामी समय में लाभ मिल सके । हालांकि पायलट ने इसे प्रतिष्ठा का सवाल नहीं बनाया और डांगी को उम्मीदवार बना दिया गया । अब पायलट समर्थक विधायकों के साथ ही कुछ अन्य नेता भी इस निर्णय पर आलाकमान के समक्ष आपतति दर्ज कराने में जुटे हैं ।

उल्लेखनीय है कि करीब 14 माह पूर्व सत्ता में आई कांग्रेस राजस्थान में दो खेमों में बंटी है । एक खेमा सीएम गहलोत का है तो दूसरा खेमा पायलट का है । दोनों नेताओं के बीच कई बार विवाद सार्वजनिक भी हो चुका है । 


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