तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक और पंजाब में फंसे 30 हजार लोगों की बंगाल वापसी की हो चुकी है व्यवस्था
बंगाल सरकार लॉकडाउन के कारण तमिलनाडु तेलंगाना कर्नाटक और पंजाब में फंसे 30 हजार से अधिक लोगों को राज्य वापस लाने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था कर रही है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता: बंगाल सरकार लॉकडाउन के कारण तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक और पंजाब में फंसे 30 हजार से अधिक लोगों को राज्य वापस लाने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था कर रही है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फंसे हुए लोग ज्यादातर प्रवासी श्रमिक, मरीज और उनके परिजन, छात्र, तीर्थयात्री और पश्चिम बंगाल के पर्यटक हैं। अधिकारी ने कहा,"इस संबंध में अन्य राज्य सरकारों के अधिकारियों के साथ बातचीत चल रही है। सारे निर्णय लिए जा चुके हैं। हमारे नोडल अधिकारी मामले पर लगातार संज्ञान ले रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि चार राज्यों में कुल 31,224 लोग फंसे हुए हैं, जिनमें से आधे से अधिक (17,000) तेलंगाना में हैं। अधिकारी ने कहा कि बंगाल के लगभग 7,500 लोगों को लेकर आने वाली तीन ट्रेन शनिवार को कर्नाटक के बेंगलुरु से रवाना होकर रविवार और सोमवार को बांकुड़ा, पुरुलिया और न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पहुंचेंगी। उन्होंने कहा कि लगभग 2,418 लोग दो ट्रेनों में सोमवार को तमिलनाडु के वेल्लोर से रवाना होकर मंगलवार को खड़गपुर और हावड़ा रेलवे स्टेशनों पर पहुंचेंगे। पंजाब में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए दो ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। तेलंगाना में फंसे 17 हजार लोगों को राज्य लाने के लिए अगले सप्ताह ट्रेन चलाए जाने की उम्मीद है।
बंगाल सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के असहयोग के दावे का खंडन करते हुए शनिवार को कहा कि राज्य के बाहर फंसे लगभग 6,000 लोगों को वापस लाया जा चुका है और अन्य राज्यों में लॉकडाउन के कारण फंसे लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित कर दी गई है। शाह ने कहा था कि बंगाल सरकार प्रवासियों के वाहनों को राज्य में पहुंचने नहीं दे रही है जिससे फंसे हुए मजदूरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बंगाल के गृह सचिव अलापन बंद्योपाध्याय ने कहा कि बंगाल में फंसे प्रवासी मजदूरों और राज्य के बाहर फंसे लोगों को घर पहुंचाने के लिए राज्य सरकार पूरी कोशिश कर रही है।