सबरीमाला मंदिर पर गृहमंत्रालय ने केरल सरकार से मांगी रिपोर्ट
सबरीमाला मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ पुलिस की बर्बरता और केंद्रीय मंत्री के साथ दुर्व्यवहार को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सबरीमाला मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ पुलिस की बर्बरता और केंद्रीय मंत्री के साथ दुर्व्यवहार को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है। केंद्रीय गृहमंत्रालय ने केरल सरकार से इस पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट आने के बाद आगे के क़दम पर विचार किया जाएगा।
गृहमंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सबरीमाला में श्रद्धालुओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार की आ रही ख़बरों को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह चिंतित हैं। उनका मानना है कि क़ानून व्यवस्था के नाम पर निर्दोष श्रद्धालुओं के साथ दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए। लेकिन कानून व्यवस्था राज्य सरकार के अधीन होने के कारण केंद्र सरकार सीधे कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकती है।
राज्य में माकपा नेतृत्व वाले एलडीएफ की सरकार केंद्र के किसी भी हस्तक्षेप को राजनीतिक मुद्दा बना सकती है। दूसरी ओर केंद्र सरकार यह भी नहीं दिखना चाहती है कि वह सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले को लागू करने का विरोध कर रही ताक़तों के समर्थन में खड़ी है। इसी कारण केंद्र सरकार सीधे तौर पर सबरीमाला मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बचती रही है। लेकिन आम जनता के बाद केरल पुलिस ने केंद्रीय मंत्री को भी नहीं बख्शा और पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री राधाकृष्णन के साथ बदतमीजी की शिकायत सामने आई।
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि केरल सरकार का सबरीमाला पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद स्थिति पर रिपोर्ट मांगी गई है। जिसमें श्रद्धालुओं के साथ हो रही ज्यादती की घटनाओं की भी जानकारी देने को कहा गया है। सबरीमाला में श्रद्धालु किसी भी कीमत पर 10 से 50 साल की महिलाओं को घुसने देने के लिए तैयार नहीं है।
सबरीमाला देवस्थान बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए याचिका दाखिल की है। जिसपर जनवरी में सुनवाई होनी है। लेकिन इसके पहले श्रद्धालुओं के साथ पुलिस के दुर्व्यवहार की घटनाएं सामने आ रही हैं।