NRC Matter : एनआरसी के समर्थन में मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव, कहा-जो भारत का है, उसे क्या समस्या है
NRC Matter एनआरसी के मुद्दे पर अपर्णा यादव और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की राय जुदा है। उन्होंने ट्वीट से इसका समर्थन किया और कहा है कि जो भारत का है उसे क्या समस्या है।
लखनऊ, जेएनएन। नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (NRC-एनआरसी) के साथ नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) को लेकर देश में कई बवाल के बीच समाजवादी पार्टी की नेता अपर्णा यादव ने नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) का समर्थन किया है। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू ने इसको लेकर एक ट्वीट भी किया है।
मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव ने एनआरसी लागू होने के बाद से ही इसका समर्थन किया था। उन्होंने ट्वीट से इसका समर्थन किया और कहा है कि जो भारत का है, उसे क्या समस्या है। अपर्णा यादव ने एनआरसी को लेकर हो रहे विरोध पर भी सवाल उठाए हैं। फेसबुक और ट्विटर पर अपने एकाउंट से अपर्णा यादव ने पोस्ट किया है, जो भारत का है उसे रजिस्टर में अंकित होने में क्या परेशानी है। पहला मौका नहीं जब अपर्णा यादव ने मोदी सरकार के फैसले का खुला समर्थन किया हो। इससे पहले अपर्णा यादव स्वच्छता अभियान आदि पर भी केंद्र सरकार का समर्थन कर चुकी हैं।
अपर्णा यादव समाजवादी पार्टी की सदस्य भी हैं और 2017 में उन्होंने पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ा। एनआरसी के मुद्दे पर अपर्णा यादव और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की राय जुदा है। अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर को डराने की राणनीति करार दिया हउन्होंने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में एनआरसी की कार्रवाई की गई तो सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रदेश छोडऩा पड़ेगा। जरूरत पडऩे पर उत्तर प्रदेश में भी एनआरसी लागू करने के मुख्यमंत्री योगी के बयान के बारे में पूछे गए सवाल पर अखिलेश ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा यूपी में एनआरसी लागू होगा तो सबसे पहले उन्हें (योगी आदित्यनाथ) ही वापस जाना होगा। वह तो उत्तराखंड के मूल निवासी हैं। हमारे लिए तो आप यह अच्छी खबर बता रहे हैं।
अपर्णा यादव ने कहा कि ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा कि जो भारत का है उसे रजिस्टर में अंकित होने में क्या समस्या है। अपने ट्वीट में अपर्णा यादव ने जामिया मिल्लिया, अलिगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और 16 दिसंबर के हैशटैग का इस्तेमाल किया। ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा कि जो भारत का है उसे रेजिस्टर में अंकित होने में क्या समस्या है।
एक तरफ जहां पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, सीएए का विरोध कर रहे हैं तो वहीं उन्हीं की परिवार की सदस्य इसका समर्थन कर रही हैं। वैसे ये पहला मौका नहीं है जब अपर्णा यादव ने मोदी सरकार की नीतियों का खुला समर्थन किया हो। इससे पहले भी कई बार अपर्णा यादव ने नरेंद्र मोदी सरकार के फैसलों की तारीफ कर चुकी हैं। अखिलेश यादव ने सीएए को लेकर कहा था कि एनआरसी केवल डराने की राजनीति है।