अब विश्व हिंदू परिषद सत्संग के जरिये लव और लैंड जिहाद के विरोध में चलाएगा अभियान
हिंदू समाज में देवभक्ति के साथ देशभक्ति की भावना जगाने के लिए विश्व हिंदू परिषद 13 से 20 अक्टूबर के बीच प्रदेश भर में सत्संग आयोजित करने जा रहा है।
लखनऊ, जेएनएन। हिंदू समाज में देवभक्ति के साथ देशभक्ति की भावना जगाने के लिए विश्व हिंदू परिषद 13 से 20 अक्टूबर के बीच प्रदेश भर में प्रखंड (ब्लाक) और खंड (न्याय पंचायत) स्तर पर सत्संग आयोजित करने जा रहा है। इसका मकसद राम मंदिर निर्माण के अलावा धर्मांतरण, लव जिहाद और लैंड जिहाद के विरोध की भूमिका तैयार करनी है।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का इस समय त्रिशूल दीक्षा और सत्संग अभियान चल रहा है। विहिप के अखिल भारतीय सत्संग प्रमुख बसंत रथ ने कार्यक्रम जारी कर दिया है। प्रदेश भर में साढ़े आठ सौ से अधिक ब्लाक और आठ हजार से ज्यादा न्याय पंचायतें हैं। विहिप इस बार न्याय पंचायत स्तर तक सत्संग के जरिये हिंदू समाज को जागृत करने में जुट गई है। एक घंटे के सत्संग में उद्घाटन भाषण, भजन कीर्तन, बोध कथा, भारत माता की आरती, देश भक्ति गीत 'धर्म के लिए जियें, समाज के लिए जियें' और एकता मंत्र का अभ्यास कराया जाना है। पूरे एक सप्ताह तक विहिप के सत्संग से प्रदेश में अलग माहौल बनेगा।
अवध प्रांत में तो विशेष तैयारी चल रही है। विहिप के प्रांत संगठन मंत्री भोलेंद्र सिंह कहते हैं 'हमारा अभियान किसी समाज और किसी वर्ग विशेष को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं है, लेकिन अगर कोई देश विरोधी आचरण करेगा तो बर्दाश्त नहीं होगा। जिन बिंदुओं पर सरकारी तंत्र का ध्यान नहीं है और आमजन आवाज नहीं उठा रहा है, वहां हमारे संगठन का दायित्व बढ़ जाता है। राम मंदिर निर्माण हमारी प्रमुखता है। पर इसके साथ ही धर्मांतरण बड़ी चुनौती के रूप में सामने आया है। लव जिहाद के नाम पर हिंदू लड़कियों को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि जगह-जगह सरकारी भूमि पर एक वर्ग विशेष के लोग मजहबी केंद्रों का निर्माण करा रहे हैं। इससे प्रशासन को जागरूक किया जायेगा। हमारी कोशिश है कि हमारे धर्म स्थान भक्ति के साथ-साथ शक्ति केंद्र बनें। इस दिशा में अपेक्षित सफलता भी मिल रही है।'
त्रिशूल दीक्षा अभियान की अवधि 30 तक बढ़ी
विहिप और बजरंग दल ने 25 हजार युवाओं को त्रिशूल दीक्षा देने का लक्ष्य तय किया है। अब यह अभियान 16 अक्टूबर तक ही तय था। विहिप के प्रांत संगठन मंत्री भोलेंद्र सिंह ने इसे बढ़ाकर 30 अक्टूबर तक तय कर दिया है।