तेजस्वी यादव की प्रशंसा से गदगद नितिन गडकरी ने मंच से दिया वचन, एक-दूसरे को देखते रह गए भाजपा-राजद नेता
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से से राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की पुरानी दोस्ती है। तेजस्वी की प्रशंसा का गडकरी ने कहा बिहार के डिप्टी सीएम राज्य में सड़कों के विस्तार के लिए जब कभी प्रस्ताव लेकर आएंगे हम तुरंत मंजूरी दे देंगे।
राज्य ब्यूरो, पटना: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सोमवार को जिस गर्मजोशी से मिले, मैदान में बैठे भाजपा और राजद के कार्यकर्ता एक-दूसरे को विस्मित नजरों से देखने लगे। उनके बीच बैठे सयानों ने समझाया कि कुछ अधिक सोचने की जरूरत नहीं है। दोनों जब कभी मिलते हैं, अंदाज यही रहता है। गडकरी से राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की पुरानी दोस्ती है। तेजस्वी भी उन्हें अभिभावक का मान देते हैं। मंच पर भी उन्होंने गडकरी को अपना अभिभावक बताया। तेजस्वी की प्रशंसा का गडकरी ने भी सकारात्मक जवाब दिया। उन्होंने कहा-तेजस्वी राज्य में सड़कों के विस्तार के लिए जब कभी प्रस्ताव लेकर आएंगे, हम तुरंत मंजूरी दे देंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी के सहयोग से वे बिहार के विकास में मदद करेंगे।
यह दृश्य सासाराम में तीन सड़क परियोजनाओं के उद्घाटन समारोह का है। गडकरी और तेजस्वी के अलावा कई और नेता मंच पर थे, लेकिन आकर्षण के केंद्र में यही दोनों रहे। बिहार में राजद और भाजपा एक-दूसरे के घोषित राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं। 17 साल साथ रहने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब भाजपा को दुश्मन नंबर एक मानते हैं, लेकिन नीतीश के उप मुख्यमंत्री ने गडकरी की खूब तारीफ की।
तेजस्वी बोले- मैं गडकरी की कार्यशैली का प्रशंसक
तेजस्वी ने कहा कि वे गडकरी की कार्यशैली के प्रशंसक हैं। वह इनसे सीखते हैं। केंद्र के सभी मंत्री अगर गडकरी की तरह काम करने लगें तो विकास की गति तेज होगी। गडकरी प्रगतिशील हैं। विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। ये पार्टी और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विकास को प्राथमिकता देते हैं। पहले से ही बिहार पर विशेष ध्यान देते रहे हैं। तेजस्वी ने कहा-गडकरी जब तक केंद्र में इस विभाग के मंत्री हैं, मुझे राज्य के विकास को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
केंद्र की ओर से तुरंत मंजूरी मिल जाती थी
मालूम हो कि तेजस्वी 2016-17 में भी उप मुख्यमंत्री थे। पथ निर्माण विभाग उन्हीं के पास था। उस समय तेजस्वी अपने विभाग का प्रस्ताव लेकर गडकरी से मिलते थे, केंद्र की ओर से तुरंत मंजूरी मिल जाती थी। तेजस्वी ने निजी बातचीत के दौरान बताया कि हरेक मुलाकात में विभागीय बातचीत शुरू करने से पहले गडकरी उनसे परिवार के सभी सदस्यों का हाल चाल जरूर पूछते हैं।