Defamation Case: कोर्ट में महिला पत्रकार का आरोप- पूर्व केंद्रीय मंत्री ने किया था यौन उत्पीड़न
महिला पत्रकार ने कोर्ट में कहा कि 1997 में जब वह एक अखबार में काम कर रही थी तब पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने उसका यौन उत्पीड़न किया था।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर के खिलाफ एक और महिला पत्रकार ने मंगलवार को अदालत में बयान दर्ज कराया। पत्रकार प्रिया रमानी की तरफ से पेश हुई महिला पत्रकार ने राउज एवेन्यू की विशेष अदालत में कहा कि उसके साथ अकबर ने अगस्त-सितंबर 1997 में यौन शोषण किया था। महिला पत्रकार ने अदालत को बताया कि वह एक अंग्रेजी अखबार में काम करती थी और एमजे अकबर का दफ्तर उनके डेस्क के एकदम सामने था। अकबर उसे अपने दफ्तर से देखते रहते थे। कुछ समय बाद अकबर ने उन्हें निजी तौर पर संदेश भेजना शुरू कर दिया।
संदेश उनके पहनावे के बारे में होते थे और दफ्तर के आंतरिक पोर्टल से भेजे जाते थे। इस बारे में जब अपनी ब्यूरो प्रमुख को बताया तो उनसे कहा गया कि जो भी करना है, खुद तय करें और किसी तरह की मदद नहीं की जा सकती। महिला पत्रकार ने अदालत को बताया कि वह सिर्फ 26 साल की थी और खुद को असहाय महसूस कर रही थी। क्योंकि दफ्तर में यौन शोषण की शिकायत सुनने वाला कोई नहीं था।
महिला पत्रकार ने कहा कि अकबर के बड़े ओहदे के भय में वह कुछ नहीं कर पाई। यहां तक कि 1997 में अकबर ने किसी को उनके पास संदेश देकर भेजा कि अकबर उससे प्यार करते हैं और उनका विरोध नहीं करना चाहिए। इस मामले की सुनवाई बुधवार को भी जारी रहेगी और अकबर के वकील महिला पत्रकार से जिरह करेंगे। सबसे पहले प्रिया रमानी ने एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। इसके बाद एक दर्जन महिलाओं ने रमानी का साथ दिया था।
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