जेएनयू में सुबह 9.30 से 1 बजे के बीच भारी संख्या में छात्रों ने किया मतदान
बीते तीन वर्षों की तरह इस बार भी वामपंथी छात्र संगठनों से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की सीधी टक्कर मानी जा रही है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान हो रहे हैं। सुबह 9.30 से दोपहर 1 बजे तक मतदान हुए। इसमें भारी संख्या में छात्र मतदान करने पहुंचे। स्कूल ऑफ सोशल साइंस, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज जैसे स्कूल में मतदान केंद्र में काफी छात्रों ने मतदान किया। ढपली के साथ पूरे जोश से सभी छात्र संगठनों के समर्थक मतदान केंद्रों के पास छात्रों को अपने उम्मीदवारों को वोट देने की अपील करते नजर आए।
दोबारा 2.30 से शाम 5.30 बजे तक दूसरे चरण में मतदान होगा। जेएनयू में 9 हज़ार छात्र अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव और संयुक्त सचिव पद के साथ स्कूलों में 41 काउंसिलर को चुनने के लिए मतदान कर रहे हैं। 2.30 बजे तक लंच ब्रेक है।
वहीं 12.30 बजे के बाद जेएनयू छात्र संघ चुनाव समिति के मुख्य चुनाव आयुक्त शशांक पटेल ने दावा करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के ग्रीवेंस रिड्रेसल सेल के अध्यक्ष जो स्टूडेंट वेलफेयर के डीन हैं उन्होंने मतदान केंद्र में घुसकर चुनाव प्रकिया में दखल देने की कोशिश की। यह लिंगदोह समिति की सिफारिशों और दिल्ली हाई कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है। हालांकि चुनाव समिति इस मामले में क्या कार्रवाई करेगी इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया।
केंद्रीय पैनल
अध्यक्ष के लिए छह, उपाध्यक्ष के लिए तीन, महासचिव के लिए तीन और संयुक्त सचिव पद के लिए दो उम्मीदवार मैदान में हैं। एनएसयूआइ सिर्फ अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ रही है, पिछले वर्ष चारों मुख्य पदों पर चुनाव लड़ा था। उपाध्यक्ष के लिए वाम एकता, छात्र राजद और एबीवीपी के बीच व महासचिव के लिए वाम, एबीवीपी व बापसा के बीच लड़ाई होगी। संयुक्त सचिव पर वाम व एबीवीपी मैदान में हैं। अध्यक्ष के लिए एबीवीपी व वाम के याथ बापसा से जितेंद्र सुना, छात्र राजद से प्रियंका भारती, स्वतंत्र उम्मीदवार राघवेंद्र मिश्र और एनएसयूआइ से प्रशांत कुमार मैदान में हैं।