पीपल के पेड़ के नीचे चाय बेचने वाला बना दिल्ली MCD का मेयर, पढ़िए- रोचक स्टोरी
अवतार सिंह दिल्ली के पहले अनुसूचित जाति वर्ग से सिख महापौर हैं। इनका जीवन काफी संघर्ष भरा रहा है।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। अवतार सिंह को उत्तरी दिल्ली नगर निगम (North Delhi Municipal corporation) का महापौर (Mayor) चुना गया है। इसमें खास बात यह है कि अवतार सिंह दिल्ली के पहले अनुसूचित जाति वर्ग से सिख महापौर हैं। इनका जीवन काफी संघर्ष भरा रहा है। जीवन चलाने के लिए अवतार सिंह ने दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में बेल ब्वॉय (सामान वाहक) का कार्य तक किया है। इतना ही नहीं, अपना और अपने परिवार का जीवन चलाने के लिए इन्होंने सालों तक पीपल के पेड़ के नीचे चाय की दुकान चलाई है।
पांच सितारा होटल में करते थे कुली का काम
उल्लेखनीय है कि महापौर अवतार सिंह 1989 में एक पांच सितारा होटल में कुली की तरह कार्य करते थे। यहां उन्होंने दो वर्ष कार्य किया था। इसके बाद उन्होंने पीपल के पेड़ के नीचे ही चाय की दुकान खोल ली। यहां पर करीब 10 वर्ष तक चाय बेचकर जीवन चलाया। साथ ही अवतार सिंह कश्मीरी गेट की होने वाली रामलीला में कई किरदार निभाते रहे हैं।
आरक्षित वर्ग से पहले सिख महापौर बने अवतार सिंह
कभी सामान वाहक (बैल ब्वॉय) और चाय बेचने का काम करने वाले अवतार सिंह उत्तरी दिल्ली नगर निगम के निर्विरोध महापौर निर्वाचित हुए है। वह उत्तरी दिल्ली नगर निगम में आरक्षित वर्ग से पहले सिख महापौर बने हैं। महापौर बनने के बाद अवतार सिंह ने केंद्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।
उन्होंने श्रीराम की शपथ लेते हुए कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने उन पर जो विश्वास जताया है, वह उसे कभी गिरने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि वह महापौर नहीं बने हैं बल्कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सभी 104 पार्षद महापौर होंगे। सभी की समस्याओं का निराकरण करने का प्रयास होगा। इस दौरान वह भावुक भी हो गए। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, पत्नी और बेटी को दिया।