फरीदाबाद में तथाकथित बूथ कैप्चरिंग मामले में पोलिंग एजेंट अरेस्ट, VIDEO हुआ था वायरल
फरीदाबाद में यह मामला सामने आया था जिसके भारतीय निर्वाचन आयोग के समक्ष मामला आने पर कार्रवाई की गई है।
नई दिल्ली/फरीदाबाद, एनएनआइ। Lok Sabha Election 2019: दिल्ली से सटी हरियाणा की फरीदाबाद लोकसभा सीट पर तथाकथित बूथ कैप्चरिंग मामले में एक पोलिंग एजेंट को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बाबत वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला भारतीय निर्वाचन आयोग (Election commission of india) के संज्ञान में आया था। इसके बाद कार्रवाई के तहत इस पोलिंग एजेंट को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, स्थानीय निर्वाचन विभाग ने कहा कहा था कि पोलिंग एजेंट ने कम से कम तीन महिला वोटरों को प्रभावित करने की कोशिश की थी। इसके साथ ही बताया कि वरिष्ठ चुनाव अधिकारियों ने बूथ का दौरा किया था। हालांकि, एक एजेंट द्वारा इससे संबंधित वीडियो टि्वटर पर वायरल करने के बाद चुनाव आयोग गिरफ्तारी करने जैसा कदम उठाया है।
पूरा मामला फरीदाबाद के पृथला के आसावती के एक पोलिंग बूथ के अंदर का है। दरअसल, इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि एक युवक टेबल पर नीली टीशर्ट में है। जब एक महिला वोटर वोट डालने की प्रक्रिया कर रही है तो वह युवक अपनी सीट से उठता है और उसकी तरफ जाता है। वीडियो से अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह महिला के पास जाकर जबरन बटन दबाता है। इसके बाद फिर वह वापस अपनी सीट पर आ जाता है। वीडियो के मुताबिक, ऐसा उसने तीन महिलाओं के साथ किया है।
चुनाव आयोग से एजेंट के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश मिलने के बाद फरीदाबाद निर्वाचन विभाग ने ट्वीट किया, 'तुरंत कार्रवाई की गई. एफआईआर दर्ज की गई। एक युवक को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया। पर्यवेक्षक ने मामले की व्यक्तिगत रूप से पूछताछ की। और पाया की तीन महिलाओं को प्रभावित करने के अलावा और किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है।'
यहां पर बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए मतदान के दौरान रविवार को फरीदाबाद में विवाद की घटनाएं भी सामने आईं थीं। न्यू टाउन नंबर दो में बीएन पब्लिक स्कूल और भाटिया सेवक समाज में बने मतदान केंद्र के बाहर कांग्रेस और भाजपा समर्थकों में झड़प हुई थी। इस दौरान एक कांग्रेस समर्थक अनिल भाटिया के सिर में चोट आई थी। मौके की नजाकत को देखते हुए डीसीपी एनआइटी विक्रम कपूर, एसीपी गजेंद्र पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को शांत कराया।
बीएन पब्लिक स्कूल की घटना दोपहर करीब 1 बजे की थी। इस दौरान थोड़ी देर के लिए मतदान भी रोक दिया गया। यहां भाजपा की विधायक सीमा त्रिखा और कांग्रेस प्रत्याशी अवतार भड़ाना की पत्नी ममता भड़ाना व बहन दया भड़ाना के बीच तीखी बहस हुई थी। ममता भड़ाना ने यहां भाजपा कार्यकर्ताओं पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया था। उनका आरोप था कि भाजपा कार्यकर्ता मतदान केंद्र के अंदर भाजपा के पटके डालकर बैठे थे। यहां मेयर सुमन बाला, भाजपा सरकार में बोर्ड के चेयरमैन अजय गौड़, पार्षद मनोज नासवा भी पहुंचे। यहां भी पुलिस ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। कुछ देर के लिए मतदान रुका, जिसे जल्द ही शुरू कर दिया गया। भाटिया सेवक समाज में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मानक चंद भाटिया ने अपने पुत्र अनिल व पोते पर भाजपा समर्थकों द्वारा हमले का आरोप लगाया था।
मौके पर कांग्रेस प्रत्याशी अवतार सिंह भड़ाना, पूर्व मंत्री एसी चौधरी, कांग्रेस नेता विजय प्रताप, पार्षद योगेश ढींगड़ा, पूर्व जिलाध्यक्ष गुलशन बग्गा, मंदिर समिति के प्रधान राजेश भाटिया पहुंचे थे। इस दौरान अवतार भड़ाना ने पुलिस आयुक्त को फोन पर शिकायत की और पुलिस द्वारा कोई सुनवाई न करने का आरोप लगाया। पूर्व पार्षद राजेश भाटिया ने भाटिया सेवक समाज में मतदान केंद्र बनाने का विरोध किया।
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