JNU Violence Case: छात्रों ने पुलिस को दी 11 शिकायतें, सभी को क्राइम ब्रांच में भेजा गया
JNU में रविवार को हुई हिंसा के मामले में पुलिस को कुल 11 शिकायतें मिली हैं। जिनमें से एक प्रोफेसर तीन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्रों ने दी है।
नई दिल्ली, एएनआइ। जवाहर लाल विश्वविद्यालय (JNU) में रविवार को हुई हिंसा के मामले में पुलिस को कुल 11 शिकायतें मिली हैं। जिनमें से एक प्रोफेसर, तीन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्रों ने दी है। इसके अलावा 7 शिकायतें जेएनयू छात्र संघ और अन्य छात्रों की तरफ से दी गई हैं। स्थानीय पुलिस ने इन शिकायतों को क्राइम ब्रांच में भेज दिया है।
बताया जा रहा है कि वामपंथी छात्र और ABVP ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दी है। दोनों ने मारपीट का आरोप लगाया है।
बता दें कि जेएनयू में रविवार को छात्र गुट आपस में भिड़ गए। हिंसक झड़प में छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष समेत कई छात्रों को चोट आयी थी। जबकि एक महिला शिक्षक को भी चोट आयी थी। दोनों गुट एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया था और कहा है कि उनके कई सहयोगी छात्र घायल हुए हैं।
नहीं है कोई फुटेज
क्राइम ब्रांच ने माना कि जेएनयू का सर्वर खराब पड़ा होने के कारण जेएनयू प्रशासन के पास घटना से संबंधित कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं है। दैनिक जागरण ने इस खबर को सबसे पहले प्रकाशित किया कि नकाबपोशों की पहचान मुश्किल हो सकती है, क्योंकि सर्वर पांच दिनों से खराब पड़ा था। नकाबपोशों के वही फुटेज सामने आई हैं जो एसबीआइ बैंक के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं।
सीताराम येचुरी व प्रकाश करात पहुंचे जेएनयू
मंगलवार शाम को दल बल के साथ विवि जाने का प्रयास कर रहे माकपा नेता प्रकाश करात और सीताराम येचुरी को पुलिस ने रोक दिया। हालांकि उन्हें विवि के अन्य गेट से कार द्वारा सभा स्थल तक जाने की अनुमति दे दी गई। वहीं, जेएनयू हिंसा पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले मंगलवार को नाराज दिखे। उन्होंने पढ़ाई छोड़ कर हिंसा और आंदोलन करने वाले छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। साथ ही कहा कि विवि परिसर में रोज-रोज होने वाले प्रदर्शन और आंदोलन से निपटने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को एक आचार संहिता बनानी चाहिए।