दिल्ली की सातों सीटों पर 'नमो-नमो', पहली बार BJP को मिले 57 फीसद वोट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के इस जादू में भाजपा लगातार दूसरी बार सातों सीटों पर कब्जा बरकरार रखने में कामयाब रही।
संजीव गुप्ता (नई दिल्ली)। देश में नमो तो राजधानी में इस बार नमो-मनो का जादू चला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के इस जादू में भाजपा लगातार दूसरी बार सातों सीटों पर कब्जा बरकरार रखने में कामयाब रही। पहली बार ऐसा हुआ है कि भाजपा को दिल्ली की लोकसभा सीटों पर करीब 57 फीसद वोट मिले। इस मत फीसद ने दिल्ली में भी भाजपा की जीत को ऐतिहासिक बना दिया है। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) के तीन प्रत्याशियों उत्तर-पूर्वी दिल्ली से दिलीप पांडेय, नई दिल्ली से बृजेश गोयल व चांदनी चौक से पंकज गुप्ता और कांग्रेस के दक्षिणी दिल्ली से सेलिब्रिटी प्रत्याशी बॉक्सर विजेंदर सिंह की जमानत तक जब्त हो गई। इन्हें कुल वैध मतों का छठा हिस्सा भी नहीं मिल सका।
भाजपा के उम्मीदवारों ने हर सीट पर पहले ही राउंड की मतगणना से बढ़त बनानी शुरू कर दी थी। जैसे-जैसे राउंड बढ़ते गए, जीत का अंतर भी बढ़ता गया। भाजपा प्रत्याशियों ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों को सवा दो लाख से पौने छह लाख मतों के अंतर से पराजित किया। आलम यह रहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को जहां 46 फीसद वोट मिले थे, वहीं इस बार यह बढ़कर 56.6 फीसद पहुंच गए। भाजपा को दिल्ली में पहली बार इतने अधिक मत मिले।
उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से मनोज तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री व मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को 3,66,102 मतों से पराजित किया। यहां AAP प्रत्याशी दिलीप पांडेय जमानत नहीं बचा सके। पूर्वी दिल्ली सीट से भाजपा प्रत्याशी क्रिकेटर गौतम गंभीर ने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व शीला सरकार में मंत्री रहे अरवदर सिंह लवली को 3,91,222 मतों से हराया। AAP उम्मीदवार आतिशी यहां तीसरे स्थान पर रहीं।
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली सीट पर भाजपा प्रत्याशी हंसराज हंस ने AAP के गुगन सिंह को 5,53,897 मतों से हराकर जीत हासिल की। पश्चिमी दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने कांग्रेस के महाबल मिश्र को 5,78,486 मतों से हराकर सबसे बड़ी जीत दर्ज की। यहां AAP के बीएस जाखड़ तीसरे स्थान पर रहे। दक्षिणी दिल्ली से भाजपा प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी ने 3,67,043 मतों से AAP उम्मीदवार राघव चड्ढा को पराजित किया। यहां कांग्रेस प्रत्याशी विजेंदर सिंह की जमानत जब्त हो गई।
चांदनी चौक से भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने कांग्रेस के जेपी अग्रवाल को 2,28,145 मतों से हराया। उनकी यह जीत सातों सीटों पर सबसे कम अंतर की जीत रही। यहां AAP प्रत्याशी पंकज गुप्ता जमानत भी नहीं बचा सके। नई दिल्ली सीट पर भाजपा उम्मीदवार मीनाक्षी लेखी ने 2,56,504 मतों से कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन को शिकस्त दी। इस सीट पर भी AAP प्रत्याशी बृजेश गोयल की जमानत जब्त हुई।
इस चुनाव ने प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज उम्मीदवारों के राजनीतिक करियर पर भी सवालिया निशान लगा दिया है। फिर चाहे वह तीन बार की मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित हों या फिर पहली बार चुनावी मैदान में उतरे ओलंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह। सभी का सियासी भविष्य अधर में लटक गया है। इनमें से कोई भी दिग्गज विजयी भाजपा उम्मीदवार के मुकाबले आधे मत भी प्राप्त नहीं कर सका।
दिलचस्प यह भी है कि दिल्ली के चुनावी रण में इस बार तीन सेलेब्रिटी उम्मीदवार खड़े हुए थे, लेकिन क्रिकेटर गौतम गंभीर और सूफी गायक हंसराज हंस जहां जीत गए। वहीं हरियाण पुलिस में डीएसपी की नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ने आए बॉक्सर विजेंदर सिंह अपनी जमानत भी न बचा सके।
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