EXCLUSIVE: मोदी के मंत्री को LokSabha Election में हराने की साजिश का पर्दाफाश
Lok Sabha Election 2019 में पहले चरण के तहत UP की गाजियाबाद सीट पर 11 अप्रैल को मतदान हो चुका है। अब यहां के मौजूदा सांसद जनरल वीके सिंह के खिलाफ एक साजिश का पर्दाफाश हुआ है।
गाजियाबाद [मनीष शर्मा]। Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव-2019 में फिर से पूर्ण बहुमत से केंद्र की सत्ता में वापसी में जुटी भाजपा के लिए दिल्ली से सटे गाजियाबाद से बुरी खबर आ रही है। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी में भितरघात और पार्टी प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह को हराने की साजिश का पर्दाफाश होते ही भाजपा में घमासान मच गया है।
ताजा घटनाक्रम में भाजपा के 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' के महानगर सह संयोजक कुलदीप शर्मा ने स्वीकार किया कि वायरल हो रहा ऑडियो उनका है। साथ ही यह कहकर भी सनसनी फैला दी कि पूरे प्रकरण के सूत्रधार सांसद जनरल वीके सिंह के प्रतिनिधि संजीव शर्मा और उनके करीबी पप्पू पहलवान हैं। नामित पार्षद बनने के लिए रुपये नहीं देने पर साजिश रचते हुए ऑडियो वायरल की गई है। सांसद प्रतिनिधि संजीव शर्मा ने इसे महानगर अध्यक्ष मानसिंह गोस्वामी की साजिश बताया है। वहीं भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व महानगर अध्यक्ष अजय त्यागी ने दोनों पक्षों को जानने से ही इनकार कर दिया। वहीं, वीडियो के वायरल होने के बाद भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है।
यहां पर बता दें कि हाल में वायरल एक ऑडियो ने जिले में भारतीय जनता पार्टी के संगठन और जनप्रतिनिधियों में चल रही खींचतान को हवा दे दी। बता दें कि वायरल ऑडियो में दो व्यक्तियों में हो रही बातचीत के दौरान भाजपा में घुसपैठ होने, पार्षद नामित कराने के नाम पर वसूली करने और पार्टी प्रत्याशी जनरल वीके सिंह को हराकर जश्न मनाने समेत कई ऐसी बातें दर्ज हैं। वायरल ऑडियो दैनिक जागरण पहुंची तो कल यानी रविवार के अंक में प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई। दैनिक जागरण में भाजपा में भितरघात की खबर प्रमुखता से प्रकाशित होते ही घमासान मच गया। ऑडियो में जिस कुलदीप शर्मा नाम के शख्स का नाम उजागर हुआ है, वह कौन है? रविवार को दिन चढ़ते ही इसका भी पर्दाफाश हो गया।
ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2019: सुषमा की मुलायम को सलाह, कहा- भीष्म की तरह मौन मत रहिए
भाजपा बेटी बचाओ-बेटी पढाओ के महानगर सह संयोजक कुलदीप शर्मा ने स्वीकार किया कि वायरल ऑडियो उनकी है। इन सबके बावजूद भाजपा बेटी बचाओ-बेटी पढाओ के महानगर संयोजक ने पूरे प्रकरण को साजिश बताते हुए यह कहकर सनसनी फैला दी कि इन सबके पीछे सांसद प्रतिनिधि संजीव शर्मा, उनके करीबी पप्पू पहलवान और भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व महानगर अध्यक्ष अजय त्यागी हैं।
भाजपा बेटी बचाओ-बेटी पढाओ के महानगर संयोजक कुलदीप शर्मा के मुताबिक, कुछ दिन पहले अजय त्यागी ने उनसे कहा कि सांसद प्रतिनिधि संजीव शर्मा और पप्पू पहलवान से कुलदीप शर्मा को नामित पार्षद बनवाने के लिए बात हो गई है। इसके लिए कुछ रुपये खर्च होंगे। दोनों के बीच बात भी हो गई, लेकिन फ्लैट की रजिस्ट्री के कारण अंतत: बात नहीं बन सकी। बात बिगड़ने के चलते ही सांसद प्रतिनिधि संजीव शर्मा ने साजिश के तहत जानकार से बात कराकर रिकार्डिंग कराई और ऑडियो वायरल की है।
कुलदीप शर्मा (महानगर सह संयोजक, भाजपा बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ) का कहना है कि वायरल हो रही ऑडियो में मेरी आवाज है। यह साजिश है। भाजयुमो के पूर्व महानगर अध्यक्ष अजय त्यागी ने सांसद प्रतिनिधि संजीव शर्मा और पप्पू पहलवान का नाम लेकर मुझे नामित पार्षद बनवाने के लिए रुपये की मांग की थी। रुपये नहीं देने पर सांसद प्रतिनिधि और उनके साथियों ने साजिश के तहत मेरी रिकार्डिंग की और इसे वायरल किया।
अजय त्यागी (पूर्व महानगर अध्यक्ष, भाजयुमो) की मानें तो मैं किसी कुलदीप शर्मा को नहीं जानता। संजीव शर्मा को मैं बतौर पार्टी कार्यकर्ता जानता हूं। इसके अलावा संजीव शर्मा से मेरा कभी कोई व्यक्तिगत या राजनीतिक सरोकार नहीं रहा।
उधर संजीव शर्मा (सांसद जनरल वीके सिंह के प्रतिनिधि) का कहना है कि यह मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश है। अजय त्यागी से मेरा कोई वास्ता नहीं। वह दूसरे खेमे के हैं। यह पूरी साजिश भाजपा महानगर अध्यक्ष मान सिंह गोस्वामी के कहने पर रची गई है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 की कड़ी में प्रथम चरण में गााजियाबाद और गौतमबुद्धनगर समेत वेस्ट यूपी की 8 सीटों पर 11 अप्रैल को मतदान हुआ था। गाजियाबाद में वोटरों के उत्साह में कमी दिखाई दी। इसके चलते वोटिंग फीसद पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले तो बढ़ा, लेकिन अपेक्षाकृत कम रहा। जिले में कुल 58.16 फीसद मतदान हुआ, जबकि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में 56.94 फीसद मतदान हुआ था। बृहस्पतिवार को सबसे अधिक मतदान मोदीनगर विधानसभा में 64.50 फीसद हुआ, जबकि सबसे कम गाजियाबाद विधानसभा में 53.21 फीसद रहा।
यहां पर बता दें कि मुख्य मुकाबला भाजपा के वीके सिंह, गठबंधन के उम्मीदवार सुरेश बंसल और कांग्रेस प्रत्याशी डॉली शर्मा के बीच था। अब 23 मई को मतगणना में पता चलेगा कि किसने बाजी मारी है। वीके सिंह को पीएम मोदी का बेहद करीबी माना जाता है। अपने कार्यकाल के दौरान वीके सिंह ने उल्लेखनीय कार्य भी किए, जिसकी सरहाना उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ पार्टी के नेता भी कर चुके हैं।