Move to Jagran APP

दिल्ली में उपचुनाव की आहट, आसान नहीं है 'आप' की राह, वादे भी रहे अधूरे

आम आदमी पार्टी अपनी सीट बचाने में कामयाब होगी। अगर वादों और विकास कार्यों को देखें तो आम आदमी पार्टी की स्थिति अच्छी नजर नहीं आ रही है।

By Amit MishraEdited By: Published: Sun, 21 Jan 2018 09:19 PM (IST)Updated: Mon, 22 Jan 2018 07:46 AM (IST)
दिल्ली में उपचुनाव की आहट, आसान नहीं है 'आप' की राह, वादे भी रहे अधूरे
दिल्ली में उपचुनाव की आहट, आसान नहीं है 'आप' की राह, वादे भी रहे अधूरे

नई दिल्ली [जेएनएन]। चुनाव आयोग द्वारा 'आप' के बीस विधायकों को अयोग्य ठहराने के बाद राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। चुनाव आयोग की सिफारिश पर मुहर लगने के बाद उपचुनाव का होना तय माना जा रहा है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या आम आदमी पार्टी अपनी सीट बचाने में कामयाब होगी। अगर वादों और विकास कार्यों को देखें तो आम आदमी पार्टी की स्थिति अच्छी नजर नहीं आ रही है। आइए पश्चिमी दिल्ली इलाके में तिलक नगर, जनकपुरी, द्वारका व नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र की स्थिति पर नजर डालते हैं। 

loksabha election banner

जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र

जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र का इलाका सबसे हाईप्रोफाइल इलाका है। यहां पर 'आप' के राजेश ऋषि ने भाजपा के वरिष्ठ नेता जगदीश मुखी को मात दी थी। पिछले तीन वर्षों में विकास कार्यों की बात करें तो विधायक बिजली व पानी के कुछ कार्य के अलावा कुछ भी करने मेंं सफल नहीं हुए। हरि नगर से जनकपुरी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल तक स्काई वाक की योजना बनी। कई स्तर पर फाइलें गईं, लेकिन समय के साथ यह योजना ठंडे बस्ते में चली गई। इसके अलावा डाबड़ी फ्लाईओवर के नीचे सुंदरीकरण की योजना भी बनाई गई थी, लेकिन इस योजना ने भी हकीकत का रूप धारण नहीं किया है। बड़ी योजनाओं की ओर सरकार का ध्यान बिल्कुल ही नहीं रहा।

नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र

नजफगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भी विकास को लेकर कोई बड़े कदम नहीं उठाए गए हैं। खासकर मूलभूत समस्याओं के समाधान की दिशा में कार्य की गति काफी धीमी रही। सबसे पहले इलाके की परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में कोई भी ठोस प्रयास नहीं किए गए। अभी लोगों को बसों के लिए घंटो इंतजार करना पड़ता है। सुदूर ग्रामीण इलाकों में बसों की संख्या काफी कम है। ऐसे में ग्रामीणों को आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा बस स्टैंडों की हालत में भी कोई सुधार नहीं दिख रहा है। कई बस स्टैंड ऐसे हैं जहां चारों ओर झाडि़यां उग आई हैं। इसके अलावा पानी की पाइपलाइन बिछाने को लेकर भी कार्य धीमी गति से ही चल रहा है। अभी भी कई ऐसे इलाके हैं जहां पर लोग टैंकर के भरोसे हैं। ऐसे में सुविधाओं के विस्तार की ओर सरकार का ध्यान नहीं रहा है।

द्वारका विधानसभा क्षेत्र

द्वारका विधानसभा क्षेत्र की हालत भी इन दोनों से अलग नहीं है। यहां पर सीवर की समस्या सबसे जटिल है। पिछले दिनों लोग इतना परेशान हो गए थे कि लोगों ने विधायक कार्यालय का भी घेराव किया था, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। लोगों के मुताबिक यहां के विधायक आदर्श शास्त्री लोगों से काफी कम मिलते हैं, ऐसे में समस्याओं का समाधान संभव नहीं हो पा रहा है। कई जगहें तो ऐसी हैं जहां पर जल बोर्ड की ओर से सीवर लाइनें ही नहीं पड़ी हैं। लोग निजी तौर पर सीवर डालकर उसका कनेक्शन नाले से कर चुके हैं। ऐसे में हर समय सीवर का पानी सड़क पर फैलता रहता है। इसके अलावा कोई भी बड़ी योजना को इलाके में नहीं शुरू किया जा सका है। अगर उपचुनाव होते हैं तो आम आदमी पार्टी की राह आसान होती नहीं दिख रही है।

तिलक नगर विधानसभा क्षेत्र

इलाके में सीवर व पानी की पाइपलाइन को लेकर हुए कार्य को अगर छोड़ दें तो पिछले तीन वर्षो में कोई भी बड़ी योजना को मूर्त रूप नहीं दिया जा सका है। न नई योजनाओं को मूर्त रूप दिया गया है और न ही अधिकांश वादों पर अमल किया गया है। सीसीटीवी लगाने की योजना पर पूरी तरह अमल नहीं हुआ है। जबकि चुनाव से पहले कहा गया था कि सरकार की ओर से हर सार्वजनिक जगहों पर कैमरे लगाए जाएंगे। 

यह भी पढें: केजरीवाल ने तोड़ी चुप्पी, बोले- भगवान हमारे साथ है, नहीं तो औकात ही क्या थी

यह भी पढें: 'आप' को लगा बड़ा झटका, 20 विधायकों की सदस्यता रद, राष्ट्रपति ने दी मंजूरी

यह भी पढें: कभी अपनों ने घेरा तो कभी परायों ने छेड़ा, AAP का विवादों से है पुराना नाता


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.