भाजपा नेता अरुण जेटली की हालत अभी भी नाजुक, AIIMS जाकर पूर्व राष्ट्रपति ने जाना हाल
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। बृहस्पतिवार को एम्स जाकर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उनका हाल जाना।
नई दिल्ली, जेएनएन। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बृहस्पतिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहुंचकर पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का हाल जाना। उन्होंने परिवार के लोगों और डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य के बारे में बातचीत की। वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण जेटली 9 अगस्त से एम्स के आइसीयू में भर्ती हैं, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य की देखरेख कर रही है।
एम्स के अनुसार, प्रणब मुखर्जी दोपहर 3:15 बजे संस्थान पहुंचे। वह करीब 15 मिनट वहां रहे। इसके अलावा असम के राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी ने भी एम्स पहुंचकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।
ये नेता भी ले चुके हैं जेटली का हाल
सोमवार को भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी और उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एम्स पहुंचकर जेटली का हाल जाना था। इन नेताओं के अलावा केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और भाजपा राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने भी अस्पताल पहुंच जेटली का हालचाल लिया था।
इनसे पहले केंद्रीय मंत्रियों राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, जितेंद्र सिंह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने एम्स पहुंचकर उनका हालचाल लिया था। इसमें केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र, आरएसएस के संयुक्त सचिव कृष्ण गोपाल, पूर्व समाजवादी नेता अमर सिंह भी शामिल थे।
मई 2018 में हुआ था किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन
बता दें कि अरुण जेटली लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। बीमारी की वजह से वे 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद मोदी कैबिनेट में शामिल नहीं हुए। अरुण जेटली का 14 मई 2018 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS)में किडनी ट्रांसप्लांट का सफल ऑपरेशन किया जा चुका है। इसके लिए उन्होंने अप्रैल, 2018 की शुरुआत से ही मंत्रालय आना बंद कर दिया था। इस दौरान पीयूष गोयल वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभालते रहे।
सितंबर 2014 में बैरिएट्रिक ऑपरेशन
अरुण जेटली का सितंबर 2014 में बैरिएट्रिक ऑपरेशन हो चुका है। लंबे समय से मधुमेह के कारण वजन बढ़ने की समस्या के निदान के लिए यह ऑपरेशन किया गया था। यह ऑपरेशन पहले मैक्स हॉस्पीटल में हुआ था। लेकिन बाद में कुछ दिक्कतें आने के कारण उन्हें एम्स स्थानांतरित किया गया था। कुछ साल पहले उनके हृदय का भी ऑपरेशन हो चुका है।