Muzaffarpur Shelter Home Case: तेजस्वी व राबड़ी का CM नीतीश से सवाल- कहां है मूंछ-तोंद वाला अंकल?
Muzaffarpur Shelter Home Case यौन शोषण व प्रताड़ना के इस मामले में मास्टरमाइंड ब्रजेश सहित 19 लोग दोषी करार दिए गए हैं। इसपर तेजस्वी यादव ने CM नीतीश को निशाने पर लिया है।
पटना [जेएनएन]। देश-दुनिया को हिलाकर रख देने वाले बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामला (Muzaffarpur Shelter Home Case) के मुकदमे में सोमवार को अहम दिन था। दिल्ली की साकेत कोर्ट (Saket Court) ने कांड के मास्टरमाइंड ब्रजेश ठाकुर (Brajesh Thakur) सहित 19 आरोपितों को दोषी करार दिया। कोर्ट के इस फैसले के बाद बिहार विधान सभा (Bihar Assembly) तथा विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition) क्रमश: तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) तथा उनकी मां राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने मुख्यमंत्री (Chief Minister) नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को सीधे निशाने पर लेते हुए उनपर कइ गंभीर आरोप लगाए।
तेजस्वी ने किए तीखे सवाल
तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री (CM) नीतीश कुमार पर हमला बोला। उन्होंने लिखा कि आखिरकार नीतीश कुमार के परम शिष्य ब्रजेश ठाकुर को कांड में दोषी पाया गया। साथ ही कई बड़े लोगों को बचाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने पूछा कि वो मूंछ और पेट-तोंद वाले अंकल को कहां छुपा दिए? तत्कालीन मंत्री मंजू वर्मा (Manju Verma) को क्यों बर्खास्त किया? ब्रजेश के अलावा अन्य एनजीओ संचालकों का क्या हुआ?
आख़िरकार नीतीश कुमार जी के परम शिष्य ब्रजेश ठाकुर को मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह बलात्कार कांड में दोषी पाया गया।
लेकिन वो मूँछ और पेट-तोंद वाले अंकल कहाँ छुपा दिए गए? फिर तत्कालीन मंत्री मंजू वर्मा को क्यों बर्खास्त किया गया था? बाक़ी NGO संचालकों का क्या हुआ? नीतीश जी जवाब दें।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 20, 2020
राबड़ी का ट्वीट: माफी मांगे नीतीश सरकार
इस मामले में राबड़ी देवी ने भोजपुरी भाषा में ट्वीट नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में लड़कियों ने तोंद व मूंछ वाले अंकल का नाम लिया था, लेकिन दोषी पाए गए लोगों में वह शामिल नहीं है। नीतीश सरकार को चाहिए कि वह बालिका गृह की मासूम पीड़ितों के साथ हुए दुष्कर्म के लिए बिहार की बेटियों से माफी मांगे।
बालिका गृह कांड की लईकी सब तोंद अउर मोंछ वाले अंकल का नाम लेत रहीस पर सजा में नाम ना आइल!
नीतीश सरकार के चाहीं कि बालिका गृह की इन मासूमों पीड़ितों के साथ भइल बलात्कार पर बिहार के बेटियों से माफ़ी माँगे!
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) January 20, 2020
उन्होंने आगे लिखा है कि महिलाओं के आंसू बेकार नहीं जाएंगे। इनमें इतना दम है कि सरकार को पानी में बहा देंगे।
बिहार के बालिका गृह की अबोध लईकी ई सुशासनी व्यवस्था पर आँसू रो रहल बाड़ी स!
मासूमों के साथ भइल अन्याय पर ई सरकार क्षमा माँगे! न त महिला के आँसू बेकार ना जाई!
महिला के आँसू में एतना दम बा कि सरकार के पानी में बहा दी! महिलावर्ग अब चुप न बैठी!
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) January 20, 2020
क्या है मामला, जानिए
विदित हो कि टाटा इंस्टीच्यूट ऑफ सोशल साइंस (TISS) की सोशल ऑडिट रिपोर्ट (Social Audit Report) में मुजफ्फरपुर बालिका गृह सहित बिहार के कई शेल्टर होम में लड़कियों व बच्चों के यौन शोषण व अन्य प्रताड़ना का खुलासा हुआ था। बाद में जांच के दौरान तब मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में 40 नाबालिग बच्चियों और लड़कियों के यौन शोषण की बात सामने आई तो देश सिहर उठा। इसी दौरान शेल्टर होम की लड़कियों ने अपने बयान में यौन शोषण करने वालों में एक 'मूंछ व तोंद वाले अंकल' का जिक्र किया था। चर्चा रही कि यह व्यक्ति एक बड़े कद का स्थानीय राजनेता है। मामला ने जब तूल पकड़ा तो शेल्टर होम के संचालन से सीधे जुड़े नगर विकास विभाग की तत्कालीन मंत्री मंजू वर्मा को इस्तीफा देना पड़ा।
ब्रजेश ठाकुर सहित 19 आरोपित दोषी करार
इस मामले में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम के संचालक ब्रजेश ठाकुर सहित शेल्टर होम के कर्मचारी और बिहार सरकार के कई अधिकारी व कर्मचारी आदि आरोपित बनाए गए। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इसकी गंभीरता को देखते हुए मुकदमा बिहार से दिल्ली की साकेत कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया। कोर्ट ने 20 मार्च, 2018 को कुल 20 लोगों के खिलाफ पॉक्सो, दुष्कर्म, आपराधिक साजिश सहित कई अन्य आरोप तय किए। इस मामले में सोमवार को एक को छोड़ ब्रजेश ठाकुर सहित शेष 19 आरोपित दोषी करार दिए गए।