JAMMU AND KASHMIR : अब बिकने जा रहा मुफ्ती मुहम्मद सईद का पैतृक निवास
Mufti Muhammad Sayeed पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मुफ्ती मुहम्मद सईद का पैतृक निवास बिकने जा रहा है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मुफ्ती मुहम्मद सईद का पैतृक निवास बिकने जा रहा है। मुफ्ती का पैतृक आवास दक्षिण कश्मीर में जिला अनंतनाग के अंतर्गत बिजबिहाड़ा कस्बे में है। पीडीपी संस्थापक को बिजबिहाड़ा में स्थित मुगल गार्डन में खाक-ए-सुपुर्द किया गया था।
गौरतलब है कि नेशनल कांफ्रेंस के संस्थापक व पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत शेख मुहम्मद अब्दुल्ला का सौरा स्थित पुश्तैनी मकान भी दो साल पूर्व बिक चुका है। मुफ्ती सईद ने अपने पैतृक मकान को बरसों पहले ही छोड़ दिया था। उन्होंने श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र नौगाम में नया मकान बनाया था। उनके पैतृक मकान में उनके खानदान के अन्य लोग और छोटे भाई रह रहे हैं। यह मकान कश्मीर की परंपरागत वास्तुकला के अनुरूप बना है। इसमें लकड़ी का ही अधिकांश इस्तेमाल हुआ है।
जम्मू या श्रीनगर में बसना चाहते मुफ्ती के भाई का परिवार
मुफ्ती सईद के छोटे भाई मुफ्ती मुहम्मद अमीन ने मकान को बेचने की इच्छा जताते हुए कहा कि अब हालात बदल चुके हैं। इस मकान में रहना मुश्किल हो गया है। हम लोग अब बिजबिहाड़ा छोड़ जम्मू या श्रीनगर में कहीं बसना चाहते हैं। यहां हालात ठीक नहीं हैं। हम लोगों को वर्ष1990 के बाद से ही सुरक्षा प्राप्त थी।
मकान की हिफाजत के लिए पुलिस और अर्धसैनिकबलों के जवान तैनात थे। बाद में सुरक्षा बंदोबस्त को धीरे-धीरे घटाया गया। अनुच्छेद 370 हटने के बाद हम लोगों की सुरक्षा को हटाया गया है। अमीन ने कहा हमारे परिवार और खानदान के बहुत से लोग पहले ही जम्मू में जा चुके हैं। हमारे मकान पर वर्ष 2016 में और उससे पहले हिंसक प्रदर्शनकारियों ने हमला किया है। आतंकी भी कई बार फायरिंग और ग्रेनेड फेंक चुके हैं। मुफ्ती परिवार के एक अन्य सदस्य ने कहा कि अब हम चाहते हैं कि कोई अच्छा सा खरीदार मिले और मकान बेचकर निकलें।
महबूबा अपना हिस्सा बेच चुकीं :
इस मकान में पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उनकी मां व भाई की हिस्सेदारी भी बताई जाती है, लेकिन वह अपना हिस्सा बेच चुके हैं। महबूबा के चचेरे भाई और पीडीपी नेता सज्जाद मुफ्ती का अभी पुश्तैनी संपत्ति में हिस्सा बरकरार है। इसके अलावा उनकी बिजबिहाड़ा में और भी जमीन है।