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सीएम को होना होगा और अधिक व्यवहार कुशल: लक्ष्मण गिलुवा

सांसद लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास को और अधिक व्यवहार कुशल होना होगा।

By Sachin MishraEdited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 01:15 PM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 02:40 PM (IST)
सीएम को होना होगा और अधिक व्यवहार कुशल: लक्ष्मण गिलुवा
सीएम को होना होगा और अधिक व्यवहार कुशल: लक्ष्मण गिलुवा

विश्वजीत भट्ट, जमशेदपुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष व सिंहभूम के सांसद लक्ष्मण गिलुवा ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास को और अधिक व्यवहार कुशल होना होगा। निस्संदेह रघुवर सरकार काफी अच्छा काम कर रही है, कार्यकर्ताओं में जो थोड़ी बहुत नाराजगी है, उसे दूर कर लिया जाएगा। कार्यकर्ता को हम वेतन नहीं देते। वह हमसे अच्छा और मीठा व्यवहार खोजता है। ऐसे भी किसी परिवार के मुखिया को व्यवहार कुशल होना ही चाहिए। व्यवहार और मिठास की बदौलत कार्यकर्ता आग में कूदने को तैयार हो जाता है। कुएं में कूद जाता है। लक्ष्मण गिलुवा रविवार को दैनिक जागरण के चक्रधरपुर कार्यालय में जागरण से खास बातचीत कर रहे थे।

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पांच राज्यों के चुनाव परिणाम से झारखंड में संगठन और सरकार के सबक के सवाल पर उन्होंने कहा कि चाहे राष्ट्रीय हो या क्षेत्रीय दल, कार्यकर्ता को ऊर्जावान बनाना और जनता व कार्यकर्ता कैसे खुश रहें इसको उच्च प्राथमिकता पर रखना अत्यंत जरूरी है। उन्होंने कहा कि झारखंड में संगठन और सरकार में कोई दूरी नहीं है। सरकार अच्छा काम कर रही है।

सभी मुद्दों पर शीर्ष नेतृत्व को कराएंगे अवगत

पिछले दिनों दिल्ली में गिलुवा के आवास पर हुई झारखंड के सांसदों की बैठक और शीर्ष नेतृत्व को अवगत कराए जाने वाले मुद्दों के सवाल पर उन्होंने कहा कि पारा शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि, स्कूलों के विलय पर विराम, शिक्षकों की बहाली और स्थानीय नीति के आधार पर सरकारी नौकरियों में शत प्रतिशत स्थानीय की बहाली आदि मुद्दों पर चर्चा हुई थी। इन्हीं मुद्दों से शीर्ष नेतृत्व को अवगत कराने का निर्णय लिया गया। राज्य में बड़ी संख्या में स्कूलों के विलय के कारण बच्चों को 7-8 किमी दूर तक पढ़ने जाना पड़ रहा है, यह ठीक नहीं है। यह केवल झारखंड में ही हो रहा है, अन्य किसी राज्य में नहीं।

छत्तीसगढ़ चुनाव परिणाम निराशाजनक, करनी होगी गहन समीक्षा

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली हार के सवाल पर उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमें बहुत नुकसान हुआ। तीन टर्म वहां भाजपा की सरकार रही। कहीं न कहीं सरकार से चूक हुई है। संगठन और सरकार को मिलकर विचार करना होगा। समीक्षा करनी होगी कि कहां चूक हुई। हालांकि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। हम अपनी गलतियां खोजेंगे। एकजुट विपक्ष से भाजपा पर असर के सवाल पर उन्होंने कहा कि इससे भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। 2014 में भी कमोबेश यही स्थिति थी। हमारा संगठन हर दल से बहुत मजबूत है। राज्य में हमारे 25 लाख सक्रिय कार्यकर्ता हैं। एक-एक परिवार का भी वोट डलवाएंगे तो हम तमाम सीटें जीत जाएंगे।

अकेले लड़ेगी आजसू् तो छठे व सातवें स्थान पर नजर आएगी

आजसू पार्टी के राज्य के सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के सवाल पर गिलुवा ने कहा कि आज भी हमारा गठबंधन है। लेकिन, आजसू का बार-बार बयान बदलता रहता है। यदि आज गठबंधन में हैं तो आपस में बातचीत के बाद ही सार्वजनिक रूप से बोलना चाहिए। गोमिया व सिल्ली उप चुनाव को ही देखें तो भाजपा ने आजसू को एक-एक सीट पर लड़ने का प्रस्ताव दिया था। वो नहीं माने, नतीजा सबके सामने है। राजनीति में अहंकार का कोई स्थान नहीं है। यदि उन्हें गुमान है तो लड़कर देख लें। छठे-सातवें स्थान पर नजर आएंगे। 


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