सीवर लाइन बिछाने में गड़बड़ी पर सख्त हुए विधायक, कहा- अभियंता से लेकर मुख्य अभियंता तक की तय हो जिम्मेदारी Gorakhpur News
गोरखपुर में सीवर लाइन बिछाने में की जा रही गड़बड़ी की जांच करने आई टीम के साथ नगर विधायक डाक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने बैठक कर कहा कि किसी भी दोषी को बक्शा नहीं जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। शहर में सीवर लाइन बिछाने में की जा रही गड़बड़ी की जांच करने आई टीम के साथ नगर विधायक डाक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने बैठक कर कहा कि भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नगर विधायक सीवर लाइन की जांच करने के लिए आए टीएसी दल और अधीक्षण अभियंता अनिल चन्द्र, अधिशासी अभियंता मो. सुलेमान खान, सहायक अभियंता मो. वहीद सिद्दिकी तथा प्रेमचन्द एवं अवर अभियंता दिनेश कुमार मिश्र के साथ सोमवार को बैठक की। बैठक में विधायक ने कहा कि सीवर लाइन बनाने में भ्रष्टाचार किया गया है। भ्रष्टाचार करने वाले किसी भी अधिकारी को छोड़ा नहीं जाएगा।
जांच दल को भी दी चेतावनी
जांच दल को नगर विधायक ने सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि हमें नागरिकों ने चुना है और हम किसी विभाग को उनका जीवन नारकीय बनाने की छूठ बिल्कुल नहीं देगे। फरवरी के विधानसभा के सत्र के पहले जलनिगम दो साल पहले खोदी गयी पूरी सड़क का सैंपल बनवाकर दिखाये। वे संतुष्ट होंगे तो जलनिगम और बाद में सारी सडकों को बनवाए। अगर ऐसा हुआ तो वे मामला आगे नही बढ़ायेंगे अन्यथा वरिष्ठतम अभियंताओं व अधिकारियों से लेकर ठेकेदार तक सभी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करवाऊंगा।
खोदी गई सड़क बनने के बाद ही दूसरी सड़क खोदें
विधायक ने कहा कि आज के बाद अब आगे किसी सड़क को तबतक नहीं खोदा जायेगा जबतक विभाग दो साल से खोदकर छोड़ी गई सडकों को नये सिरे से बरसात के पहले बना न दें। सडकें पूरी की पूरी बनाईं जाएंगी। सिर्फ खोदा गया हिस्सा मात्र नहीं, क्योंकि विभाग ने जेसीबी मशीनों को सारी सडके खोद डाली हैं। जो सडकें पहले खोदी गयी हैं, वे पहले बनाई जााएंगी। जिन नालियों को जेसीबी ने तोड डाला है उन्हें भी विभाग को बनाना होगा।
एक लेवल में लाने के बाद बने मेनहोल
नगर विधायक ने कहा कि विभाग लेवलिंग करवाकर ऊपर-नीचे डाले गये मेनहोल को एक लेवल में लाकर बनवाये तथा घटिया मेनहोल को बदलवाये। विधायक ने कहा कि चूंकि सड़कों को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया गया है इसलिए इन सडकों का सिर्फ लेपन नहीं होगा बल्कि मिट्टी के ऊपर जैसे गिट्टी डालकर सडके बनती हैं वैसे ही सडके बनेंगी। उन्होंने कहा कि हर सडक बनाने के पहले उन्हें सूचना दी जाये जिससे वे अपनी उपस्थिति में सड़क बनवाए।
लिखित रूप से बताने के बाद खादे जाएं गड्ढे
विधायक ने कहा कि महानगर में अब किसी नये स्थल पर सीवर लाइन डालने का काम शुरू करने के पहले उन्हे लिखित रूप से बताया जाये कि जब बिना गढ्ढे खोदे गये ट्रेन्च-लेस पद्धति से सीवर लाइन डाली जा सकती है तो किन कारणों से विभाग पूरे शहर की सीसीरोड को बर्बाद करने के लिए गढ्ढे खोदकर सीवर डाल रहा है? नगर विधायक ने यह निर्देश दिया कि दोषी अभियंताओं को बचाने वाले गोरखपुर के मुख्य अभियंता से लेकर अवर अभियंता तक ठेकेदारों की लिखित रूप से जिम्मेदारी तय की जाये अगर वे संतुष्ट न हुए तो बजट सत्र में पूरी गम्भीरता से विषय को उठाएंगे।
प्रबंध निदेशक के पास जाएगी रिपोर्ट
जांच दल के अधीक्षण अभियंता अनिल चन्द्र ने कहा वे उनकी और नागरिकों की सारी पीड़ा से सहमत हैं। जैसा हमलोगों ने उनके साथ देखा है प्रबंध निदेशक को सबकुछ लिखित रूप से दिया जाएगा। वे उनकी इस बात से सहमत हैं कि पुराने खोदे गये सडकों को बनाये बिना अब नई खुदाई न की जाए और सिर्फ खोदे हुए सड़क के हिस्से नहीं बल्कि पूरी सड़क जैसी थी वेसी ही बनाई जाए। ट्रेन्च-लेस पद्धति से सीवर लाइन डालने के बारे में विभाग उच्च-स्तरीय बैठक करके उचित निर्णय लेगा। उन्होंने कहा कि वे टेक्निकल ऐडवाइजरी कमेटी की रिपोर्ट ही दे सकते हैं तथा स्थानीय अधिकारियों को भी ये बातें बता देगे, रिपोर्ट पर निर्णय जल निगम के प्रबंध निदेशक लेंगे। नगर विधायक ने अपने बयान में नागरिकों से कहा कि वह उनके विधायक के रूप में हर स्तर पर दबाव बना रहे हैं लेकिन नागरिक भी अब किसी नये स्थान फर खुदाई न होने दें।
यह है मामला
गौरतलब है कि शहर के वार्ड नंबर पांच में बिछाई जा रही सीवर लाइन में नगर विधायक ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। विधायक के आरोप लगाने के बाद लखनऊ से आई टीम के अधिशासी अभियंता मो. सुलेमान खान, सहायक अभियंता मो. वहीद सिद्दीकी, प्रेमचन्द और अवर अभियंता दिनेश कुमार मिश्र के साथ नगर विधायक ने नंदानगर, दरगहिया, सैनिक कुंज, सैनिक विहार, नीना थापा तथा झरनाटोला में सीवर लाइन डालने से उत्पन्न हुई नारकीय स्थिति को अफसरों को दिखाया था। विधायक ने कहा था कि बताया कि काम में किस तरह मनमानी और लूट हुई। निरीक्षण के दौरान नगर विधायक ने अधिकारियों से कहा था कि काम शुरू करने के पहले अभियंताओं को सभी सड़कों की लेबलिंग करानी चाहिए थी। सभी मेनहोल एक निश्चित ढाल में बनने चाहिए थे लेकिन हकीकत यह है कि मेनहोल ऊपर-नीचे बन रहे हैं। इससे सड़क पर जलभराव होगा। टीम के अफसरों से नगर विधायक ने कहा कि एक हिस्से से काम शुरू करना चाहिए था। यहां सीवर लाइन डालकर नागरिकों को कनेक्शन देने के बाद सड़क बनवानी चाहिए थी लेकिन जलनिगम ने सभी सड़कों को एक साथ डेढ़ साल पहले खोद डाला। काम भी मानक विहीन हो रहा है।