बख्शे नहीं जाएंगे कासगंज घटना के दोषी : स्वामी प्रसाद मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि कासगंज की हिंसा में युवक चंदन गुप्ता की मौत के मामले में जो अधिकारी लापरवाही के दोषी पाए गए, उनपर पर भी कार्रवाई की।
अलीगढ़ (जेएनएन)। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने गणतंत्र दिवस पर कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा को बेहद शर्मनाक तथा निंदनीय बताया है। श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि कासगंज घटना में सरकार ने समय रहते ठोस कदम उठाए।
अलीगढ़ के नुमाइश मैदान पर आज ज्योतिबा फुले सम्मेलन के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि कासगंज की हिंसा में युवक चंदन गुप्ता की मौत के मामले में जो अधिकारी लापरवाही के दोषी पाए गए, उनपर पर भी कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की जांच शुरू कराई गई है, जो भी उपद्रव में दोषी मिलेगा, उसे कतई बख्शा नहीं जाएगा।
राज्यसभा में संसद रामगोपाल के कासगंज घटना में योगी सरकार को घेरने के सवाल पर मंत्री मौर्य प्रसाद भड़क उठे। उन्होंने कहा कि उन्हें तो बोलने का अधिकार ही नहीं, उनकी सरकार में पांच साल के भीतर 6700 सांप्रदायिक दंगे हुए। योगी सरकार में कासगंज में ही पहली घटना हुई, जिसमें सख्ती से कार्यवाई की गई।। राजस्थान में उपचुनाव हारने पर कहा कि एक दो सीट जीतकर कांग्रेस खुश न हो। इस चुनाव से हम पर ईवीएम गड़बड़ी का आरोप लगाने वालों को जवाब मिल गया होगा। चुनाव बताता है कि देश का लोकतंत्र मजबूत है। निर्वाचन आयोग भी जिम्मेदारी से काम कर रहा है। चुनाव में हार-जीत दो पहलू हैं।हम हार स्वीकार करते हैं। उससे सबक लेंगे। मोदी और योगी सरकार सभी मजहब के लोगों को साथ लेकर चल रही हैं। हमें अब सरकार में सबकी जवाबदेही तय करनी होगीं। भाजपा का सपना, सबका साथ सबका विकास है।
इससे पहले केबिनेट मंत्री मौर्य ने कार्यक्रम में कहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार समाप्त करने के लिए अभियान शुरू किया है। नोटबंदी जैसा साहसिक फैसला लिया। प्रधानमंत्री देश को फिर से सोने की चिडिय़ा बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं। दुनिया में भारत का लोहा मनवा रहे हैं। पाकिस्तान को उनके घर में ही घुसकर सबक सिखाया है।