मनोहर लाल ने कहा- गुस्सा अच्छी बात नहीं, पर मुकुट नहीं लेंगे, जानेें क्यों बोले CM ऐसे
सीएम मनोहर लाल ने जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान हुई घटना पर खेद जताया। कहा कि गुस्सा अच्छी चीज नहीं है पर वह मुकुट नहीं लेंगे।
कुरुक्षेत्र [पंकज आत्रेय]। गुस्सा आना अलग बात है और इसका अहसास होकर महसूस करना उससे भी बड़ी बात है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मामले में कुछ ऐसा ही हुआ है। कुछ दिन पहले जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान रथ पर सवार मुख्यमंत्री का कार्यकर्ता के साथ एक संवाद बेहद चर्चा का विषय बना। सोशल मीडिया पर इसे खूब प्रचारित-प्रसारित किया गया।
वायरल वीडियो में कोई कार्यकर्ता मुख्यमंत्री को मुकुट पहनाने की कोशिश करता है और मुख्यमंत्री गुस्से में उससे कुछ कहते हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हालांकि कहा कि वे चांदी-सोने के मुकुट हासिल करने की संस्कृति के खिलाफ हैं, लेकिन गत दिवस उन्होंने सार्वजनिक रूप से खेद जाहिर किया। मुख्यमंत्री यहां एक निजी पैलेस में भाजपा के राष्ट्रय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में चार जिलों करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल और पानीपत के शक्ति केंद्र प्रमुख, पन्ना प्रमुखों और मंडलाध्यक्षों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मनोहर लाल को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान हुई इस घटना को लेकर मन में पश्चाताप हो रहा है। मनोहर लाल ने कहा कि गुस्सा अच्छी चीज नहीं है, लेकिन उसकी पृष्ठभूमि में कोई अच्छी बात निकल गई। वह यह है कि हम यहां सोना-चांदी के मुकुट पहनने नहीं आए हैं। यह राजा-महाराजाओं का काम है। हम स्वाभिमानी सेवक हैं। मुख्यमंत्री कहते हैं कि कोई बात नहीं, घटना हो जाया करती है। कुछ चूक हुई है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को लेकर राजनीति तो होती ही है। विपक्ष भी शरारत करता है। हमें ऐसी शरारतों से सावधान रहना है, क्योंकि चुुनाव हैं और वातावरण अच्छा है। अति विश्वास में नहीं आना है।
जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान 15 दिन में सभी 90 हलकों में घूमा। प्रदेश की जनता हमसे खुश है। बैठक में पार्टी अध्यक्ष सुभाष बराला, पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सदस्य बीरेंद्र ङ्क्षसह, सांसद संजय भाटिया, नायब सैनी, परिवहन मंत्री कृष्ण पंवार, राज्यमंत्री कर्ण देव कांबोज, कृष्ण बेदी, राज्यसभा सदस्य रामकुमार कश्यप, प्रदेश महामंत्री वेदपाल, विधायक सुभाष सुधा, डॉ.पवन सैनी, प्रो.दिनेश कौशिक, रोहिता रेवड़ी, महीपाल ढांडा, कुलवंत बाजीगर, बख्शीश सिंह विर्क, हरविंद्र कल्याण मौजूद रहे।
टिकट मिलना मुकद्दर है
मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार संहिता लगते ही उम्मीदवार चुनने की प्रक्रिया शुरू होगी। पार्टी में हर विधानसभा में एक अनार सौ बीमार की स्थिति है, लेकिन हमें देखना है कि उम्मीदवार ठीक व्यक्ति हो, जिताऊ हो और पार्टी के प्रति समर्पित हो। एक जगह से एक ही उम्मीदवार होगा तो टिकट भी एक को ही मिलेगी। ऐसे में कोई दूसरा कह सकता है कि वह भी तो पार्टी के प्रति समर्पित है। उन्होंने मस्तक पर हाथ फिराते हुए कहा कि इशारे से समझा रहा हूं कि समझ जाओ। ऐसी स्थिति में सब कार्यकर्ताओं को ही संभालना है।
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