सुरेश शर्मा पर हमलावर हुए मानमर्दन शुक्ला, कहा- शहर की नारकीय स्थिति के लिए नगर विकास एवं आवास मंत्री पूरी तरह जिम्मेदार
कहा स्मार्ट सिटी कंपनी के कर्मियों की बहाली में गड़बड़ी हुई है। नियमों को ताक पर रखकर आइटी मैनेजर के पद पर मंत्री प्रतिनिधि के पुत्र को बहाल किया गया। पहले निगम में पांच से सात हजार रुपये की एलइडी वेपर लगाए जाने पर हंगामा होता था।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। उपमहापौर मानमर्दन शुक्ला ने कहा है कि शहर की वर्तमान हालात के लिए निगम निगम, महापौर व उपमहापौर नहीं नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा जिम्मेदार है। अपनी विफलता छिपाने को उनलोगों पर आरोप लगा रहे हैं। निगम के कर्मचारियों व अधिकारियों के साथ वे बंद कमरे में बैठक करते थे। अधिकारी उनके अलावा किसी की नहीं सुनते थे। निगम को उन्होंने उपकरण देने की बात कहीं, लेकिन एक भी नहीं दिया।
स्मार्ट सिटी का एक काम नहीं हो पाया
निगम बोर्ड की बैठक में बड़े-बड़े दावे किए, लेकिन दिया कुछ नहीं। जितने शिलान्यास पिछले दस सालों में नहीं किए पिछले एक माह में कर दिए। स्मार्ट सिटी का एक काम नहीं हो पाया। ऐसे में निगम की विफलता के लिए वे दूसरे को दोषी नहीं ठहरा सकते। उपमहापौर ने यह बातें मंगलवार को आवास पर संवाददाता सम्मेलन मे कहीं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी कंपनी के कर्मियों की बहाली में गड़बड़ी हुई है। नियमों को ताक पर रखकर आइटी मैनेजर के पद पर उनके प्रतिनिधि के पुत्र को बहाल किया गया। पहले निगम में पांच से सात हजार रुपये की एलइडी वेपर लगाए जाने पर हंगामा होता था। वे बताएं कि अभी जो वेपर शहर में लगाई गई हैं उसका रेट क्या है। वेपर लगाने वाली एजेंसी ने निगम के साथ हुए करार को अब तक पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि वे उनको अपना अभिभावक मानते थे और उनके खिलाफ कभी कुछ नहीं बोला। लेकिन, वे लगातार निगम, महापौर व उपमहापौर के खिलाफ आग उगल रहे हैं।