West Bengal Coronavirus : बंगाल में कोविड-19 से दो और निमोनिया से एक मौत हुई: CM ममता
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड-19 से दो और निमोनिया एक की मौत हुई है। लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है कि राज्य में 6 लोगों की मौत हुई है।
कोलकाता , राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यवासियों से कहा है कि वह कोरोना के बारे में चिंतित न हों। उन्होंने लोगों से कहा कि वह घर के बाहर अड्डेबाजी ना करें। अगला 2 सप्ताह हम लोगों के लिए अग्नि परीक्षा है तथा इस दौरान हमें घर पर रहना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोविड-19 से दो और निमोनिया एक की मौत हुई है। लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है कि राज्य में 6 लोगों की मौत हुई है। लोग इस तरह की अफवाहों में ना पड़ें। राज्य सचिवालय में पत्रकारों से ममता बनर्जी ने कहा, “मैं सबसे पहले अनुरोध करूंगी कि मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है, कृपया इस तरह की खबरों को प्रसारित करना बंद करें। जब तक आपको सरकार की ओर से इसकी सूचना नहीं मिल जाती, तब तक इसे प्रसारित नहीं करना चाहिए। अब तक राज्य में कोरोना के 37 पॉजिटिव मामले हैं। उनमें से 3 बेहतर हो गए हैं।
कोरोना से मौत का आंकड़ा छिपा रही बंगाल सरकार- दिलीप घोष
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने गुरुवार को आरोप लगाया कि बंगाल सरकार डेंगू की तरह कोरोना से हुई मौत का भी आंकड़ा छिपा रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह राज्य में डेंगू से मौत होने पर इसे अज्ञात बुखार बता दिया जाता है। उसी तरह कोरोना वायरस (कोविड-19) से मौत होने पर किडनी फेल व निमोनिया आदि से मौत बता दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोरोना से राज्य में अब तक हुई मौत का सही आंकड़ा नहीं बता रही है। उल्लेखनीय है कि बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि राज्य में अब तक 37 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें से तीन लोगों की मौत हुई है जबकि तीन लोग स्वस्थ हो चुके हैं। दूसरी ओर गैर सरकारी आंकड़े की बात करें तो बुधवार तक कोरोना से बंगाल में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 24 घंटे के भीतर ही कोरोना से तीन लोगों की मौत हुई थी। वहीं, ममता ने दावा किया कि राज्य में तीन लोगों की ही कोरोना से मौत हुई है।
मुख्यमंत्री के इसी बयान को लेकर दिलीप घोष ने निशाना साधा। घोष ने जोर देकर कहा कि डेंगू से मौत होने पर राज्य सरकार के निर्देश पर यहां सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर अज्ञात बुखार से मौत लिख देते थे। उसी प्रकार अब कोरोना से मौत होने पर किडनी फेल व निमोनिया से मौत बता दिया जा रहा है। भाजपा नेता ने दावा किया कि अपनी नाकामी छिपाने के लिए राज्य सरकार ऐसा कर रही है।