शाह पर ममता का हमला, कहा- मैंने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को कभी नहीं कहा था कोरोना एक्सप्रेस
ममता ने शाह के वर्चुअल रैली पर निशाना साधते हुए कहा कि जब कोरोना व एम्फन जैसे दोहरे संकट का बंगाल सामना कर रहा है तब भाजपा नेता झूठी बयानबाजी कर राज्य सरकार को बदनाम कर रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोरोना महामारी से निपटने की चुनौती के बीच केंद्र व बंगाल सरकार के बीच सियासी रार जारी है। बंगाल में वर्चुअल रैली के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा किए गए हमलों का जवाब अब बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिया है। शाह ने ममता पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को 'कोरोना एक्सप्रेस' नाम देने का आरोप लगाया था, उनके इस आरोप को ममता ने सिरे से खारिज कर दिया है। ममता ने कहा कि 'मैंने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को कभी कोरोना एक्सप्रेस नहीं कहा। ये नाम तो लोगों ने दिया था। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रवासी मजदूरों का खुले दिल से स्वागत किया गया है।
राज्य सचिवालय नवान्न में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि अब तक दूसरे राज्यों से 11 लाख प्रवासी मजदूर बंगाल में वापस लौट चुके हैं जबकि अभी 30 हजार और आने बाकी हैं। मुख्यमंत्री ने शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि जब कोरोना वायरस और एम्फन जैसे दोहरे संकट का बंगाल सामना कर रहा है ऐसे समय में राजनीतिक रैली के जरिए भाजपा नेता झूठी बयानबाजी कर राज्य सरकार को बदनाम करने में लगे हैं। ममता ने जोर देकर कहा कि मैंने अपने बयान को चेक किया है और श्रमिक ट्रेनों को कभी कोरोना एक्सप्रेस नहीं कहा था बल्कि जनता ने इन ट्रेनों को इस नाम से बुलाया था।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को वर्चुअल रैली के दौरान अमित शाह ने प्रवासी मजदूरों की अनदेखी को लेकर ममता पर निशाना साधते हुए श्रमिक स्पेशल ट्रेन को कोरोना एक्सप्रेस नाम देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि ये कोरोना एक्सप्रेस ही ममता को बंगाल की सत्ता से बाहर करेगी। ये अपमान मजदूर भूलेगा नहीं। बता दें कि कुछ दिनों पहले ममता ने श्रमिक ट्रेनों को कोरोना एक्सप्रेस बताते हुए दावा किया था कि बाहर से प्रवासी मजदूरों के आने के चलते बंगाल में तेजी से कोरोना फैल रहा है।