NRC West Bengal: ममता बनर्जी ने कहा- किसी के सरनेम से नहीं रहता मेरा कोई वास्ता
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ महानगर के रानी रासमणि एवेन्यू में बीते शुक्रवार से तृणमूल छात्र परिषद का धरना जारी है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ महानगर के रानी रासमणि एवेन्यू में बीते शुक्रवार से तृणमूल छात्र परिषद का धरना जारी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तकरीबन हर रोज धरना मंच पर पहुंच रही हैं। इससे पहले इस मंच से उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा है लेकिन गुरुवार को उन्होंने इस मंच से निजी मामले को उजागर किया। तृणमूल प्रमुख ने अपने सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी के संदर्भ में कहा कि मैंने आज तक उनकी सरनेम नहीं पूछी और यहां तक कि मैं अपने गाड़ी के ड्राइवर और मेरे साथ काम करने वाले प्रशासन के लोगों से भी उनका सरनेम नहीं पूछती।
यहां बता दें कि बीते साल अभिषेक की पत्नी को लेकर भाजपा नेता हमलावर रहे थे। कथित तौर पर उनकी पत्नी के पास से एयरपोर्ट पर कस्टम के अधिकारियों ने सोना बरामद किया था। इसे लेकर खूब राजनीतिक बयानबाजी हुई थी और अभिषेक बनर्जी को भी प्रेस कांफ्रेंस कर सफाई देनी पड़ी थी।
ममता बनर्जी ने कहा कि इतना कुछ वे (भाजपा नेता) कैसे जानते हैं, मैंने तो कभी अभिषेक की पत्नी का सरनेम नहीं पूछा और ना ही जानने की जरुरत महसूस हुआ, यहां तक कि मैं अपने गाड़ी के चालक और मेरे साथ काम करने वाले प्रशासनिक अधिकारियों का सरनेम का कोई पता रखती हूं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सच्चाई यह है कि घर, सचिवालय नवान्न और तृणमूल भवन तीन जगहों पर मछली पालन किया है एक्वेरियम में मछलियों को दोनों वक्त दाना खिलाती हूं। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि मुझे नहीं पता कि मैंने जो मछली पाली है उनका क्या सरनेम है।
गंगासागर मेले को लेकर केंद्र की ओर से कोई सहायता नहीं करने का आरोप भी सीएम ने इस दिन केंद्र सरकार पर मढ़ा। उन्होंने कहा कि इस साल गंगासागर मेले में 40 बच्चे जन्म लिए, 55 लाख लोगों ने स्नान किया, इतने बड़े आयोजन और यहां से नवजात को सकुशल घर लेजाने से अधिक खुशी क्या हो सकती है।