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सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस हिरासत में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू

UPCC President Ajay Kumar Lallo कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी के विरोध में धारा 144 के उल्लंघन में लल्लू को हिरासत में लिया गया है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 05:36 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 05:41 PM (IST)
सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस हिरासत में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू
सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस हिरासत में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को लखनऊ पुलिस ने हिरासत में लिया है। लखनऊ में कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शाहनवाज आलम की गिरफ्तारी के विरोध में धारा 144 के उल्लंघन में लल्लू को हिरासत में लिया गया है।

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लखनऊ में सीएए के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा के मामले में पुलिस की रडार पर रहे शाहनवाज आलम को सोमवार रात गिरफ्तार किया गया था। अजय कुमार लल्लू कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ आज उनकी गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। पुलिस ने लल्लू को पहले प्रदर्शन नहीं करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद भी नहीं मानने पर उनके साथ कांग्रेस विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा 'मोना' को हिरासत में ले लिया। कांग्रेस नेता कार्यालय पर हंगामा कर रहे थे। सभी वहां से निकलकर हजरतगंज की तरफ कूच करने के लिए निकले, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लेकर इको गार्डेन भेज दिया।

इस दौरान लल्लू ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार विपक्ष की आवाज को अलोकतांत्रिक तरीके से दबाना चाहती है। कांग्रेस तो गरीब,किसान और मजदूरों के हक की लड़ाई लड़ रही है जो सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को रास नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि आलम की गिरफ्तारी अवैध है जो सरकार के अलोकतांत्रिक रवैये का परिचायक है। सरकार को समझ लेना चाहिये कि कांग्रेसी लाठी से नहीं डरते। सरकार चाहे उन्हे जितनी बार गिरफ्तार करा ले लेकिन उनकी पार्टी दमनात्मक नीतियों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी।

इससे पहले अजय कुमार लल्लू को 21 मई को आगरा में गिरफ्तार किया गया था। वहां उनके खिलाफ प्रवासी कामगारों को वापस लाने के लिए आगरा में बसों के फर्जी नम्बर देने और लॉकडाउन के उल्लंघन का आरोप था। आगरा की एक अदालत में उन्हे निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया था लेकिन रिहा होने के तुरंत बाद लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने उन्हे गिरफ्तार कर लिया था। लखनऊ जिला जेल में करीब 28 दिन गोसाईगंज जेल में रहने के बाद इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के निर्देश पर उन्हे 17 जून को रिहा कर दिया गया था।

बीते वर्ष 19 दिसम्बर को लखनऊ में सीएए और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी जिसमें आलम को आरोपी बनाया गया था। अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के कांग्रेसी नेता की गिरफ्तारी इसी संदर्भ में की गयी है।  


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