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एम थंबी दुराई का आरोप, स्‍टालिन को फायदा पहुंचाने के लिए 40 स्‍थान पर मारे गए छापे

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने 5 सितंबर, 2018 को गुटखा घोटाले के सिलसिले में चेन्नई में 40 ठिकानों पर सघन तलाशी अभियान किया था।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 08 Sep 2018 06:14 PM (IST)Updated: Sat, 08 Sep 2018 06:15 PM (IST)
एम थंबी दुराई का आरोप, स्‍टालिन को फायदा पहुंचाने के लिए 40 स्‍थान पर मारे गए छापे
एम थंबी दुराई का आरोप, स्‍टालिन को फायदा पहुंचाने के लिए 40 स्‍थान पर मारे गए छापे

चेन्‍नई, एएनआइ। लोकसभा के उपसभापति एम थंबी दुराई ने कहा कि गुटखा घोटाले के मामले में छापे जानबूझकर उसी दिन मारे गए थे जब चेन्नई में एमके अलागिरी की रैली आयोजित की जा रही थी। यह मुख्य रूप से एमके स्टालिन की मदद करने के लिए किया गया था, जो अलागिरी की रैली को असफल करवाना चाहते थे। यह क्या दिखाता है?

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गुटखा घोटाले में सीबीआइ की बड़ी कार्रवाई, तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री और DGP के घर छापा

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने 5 सितंबर, 2018 को गुटखा घोटाले के सिलसिले में चेन्नई में 40 ठिकानों पर सघन तलाशी अभियान किया था। मोगाप्पैर में तमिलनाडु के डीजीपी टीके राजेंद्रन, मदुरावोयाल के निकट पूर्व डीजीपी एस. जॉर्ज, स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर तथा अन्य पुलिस अधिकारियों के घरों की भी तलाशी ली जा रही है। गुटखा घोटाले के सिलसिले में मंगलवार को चेन्नई में सीबीआई ने बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सी विजय भास्कर और डीजीपी टीके राजेंद्रन के आवास पर जांच एजेंसी ने छापे मारे थे। इसके अलावा पूर्व डीजीपी एस जॉर्ज और अन्य पुलिस अधिकारियों के ठिकानों को भी सीबीआई की टीम ने खंगाला। चेन्नई में कुल 40 ठिकानों पर जांच एजेंसी ने छापे की कार्रवाई की है। छापेमारी के दौरान क्या बरामद हुआ है, इस बारे में जानकारी मिलने का अभी इंतजार है।

अप्रैल 2018 में मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को बड़ा झटका देते हुए गुटखा घोटाले की सीबीआई जांच का आदेश दिया था। घोटाले में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सी विजय भास्कर और डीजीपी टीके राजेंद्रन का नाम आने से काफी समय से तमिलनाडु की राजनीति में हलचल मची थी।

ये है 'गुटखा घोटाला'

'गुटखा घोटाले' 2016 में तमिलनाडु में गुटखा निर्माताओं के कार्यालयों, आवासों और गोदामों पर आयकर के छापे से संबंधित है। इस दौरान जब्त एक डायरी में विभिन्न अधिकारियों को कथित तौर पर दिये गए रिश्वत का ब्योरा दर्ज है। गौरतलब है कि यह मामला सामने तब आया था जब 8 जुलाई 2017 को आयकर विभाग ने लगभग 250 करोड़ की टैक्स चोरी के शक में एक गुटखा निर्मता कंपनी के गोदाम, दफ्तर और घरों में छापा मारा गया। राज्य सरकार ने 2013 में गुटखा और पान मसाला समेत खाद्य तंबाकू पदार्थों के उत्पादन, स्टोरेज और बिक्री पर रोक लगा दी थी। 


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