नए लुक में अज्ञातवास से वापस घर लौटे तेजस्वी यादव, अब विधानसभा में सरकार को घेरेंगे
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव काफी लंबे अज्ञातवास के बाद पटना लौट आए हैं। उम्मीद थी कि वे सोमवार को विधानमंडल के मानसून सत्र में शामिल होंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
पटना, जेएनएन। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक लंबे अज्ञातवास के बाद पटना लौट आए हैं। सोमवार को तेजस्वी नए लुक में नजर आए और पटना आते ही सत्ता पक्ष पर हमला बोला। कहा कि उनलोगों के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसीलिए बस ये देखने में लगे हैं कि कौन कहां जा रहा है? कहां से आ रहा है?
पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अब मैं आ गया हूं और सदन में विरोधियों को जवाब दूंगा। सरकार की नाकामियों पर सवाल उठाऊंगा। राज्य में बढ़ते अपराध, स्वास्थ्य को लेकर सदन में सवाल करूंगा। कहा कि मैंने पहले ही कह दिया था कि मैं अज्ञातवास पर नहीं गया था', 'ट्वीट कर यह स्पष्ट कर दिया था की मैं कहां हूं'
RJD leader Tejashwi Yadav on being asked 'the Opposition said Tejashwi Yadav had disappeared': I had clarified through a tweet, let people say whatever they wish to. They have nothing better to do. pic.twitter.com/q2QsHiejpn
— ANI (@ANI) July 1, 2019
उम्मीद थी कि तेजस्वी यादव सोमवार से बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र में शामिल होगे और बिहार की नीतीश सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगे। लेकिन वे सोमवार को सदन में नहीं पहुंचे। माजा जा रहा है कि अब वे अगले दिन राज्य में बढ़ते अपराध और सबसे बड़े मुद्दे मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से हुई बच्चों की मौत पर सत्ता पक्ष पर हमलावर होंगे।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव अचानक लापता हो गए थे। वो कहां थे, इसकी जानकारी किसी को नहीं थी। राजद नेता उनके लापता होने के बारे में अलग-अलग बयान दे रहे थे। कोई उन्हें इंग्लैंड में क्रिकेट मैच देखने में मशगूल बता रहा था तो कोई उनके दिल्ली में रहने की बात कह रहा था। पर अबतक ये पता नहीं चल पाया है कि तेजस्वी कहां थे?
विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले दिन जब राबड़ी देवी से पूछा गया कि तेजस्वी यादव कहां हैं तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए मीडिया से कहा- आपके घर में हैं। बाद में उन्होंने कहा कि वो जरूरी काम से बाहर गए हैं और जल्द ही वापस लौटेंगे।
जो भी हो, तेजस्वी यादव अब पटना वापस लौट आए हैं और अब विपक्ष की कमजोर होती आवाज को वो धार देने के लिए तैयार हैं। इधर, कांग्रेस भी महागठबंधन से दूरी बना रही है, हम पार्टी के नेता जीतनराम मांझी ने भी तेजस्वी और महागठबंधन के खिलाफ अपने कड़े तेवर दिखाए हैं। एेसे में तेजस्वी के सामने कई चुनौतियां मुंह बाए खड़ी हैं और उन्हें एक बार फिर नए सिरे से राजद को मजबूत बनाने का प्रयत्न करना होगा।