लालू के लिए दही-चूड़ा लेकर जुटे समर्थक, जेल में मनी मकर संक्रांति
Lalu Prasad Yadav. रिम्स में अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे लालू प्रसाद यादव ने डॉक्टरों की देखरेख में मकर संक्रांति मनाया।
रांची, जासं। रिम्स के पेइंग वार्ड में बीते चार महीने से इलाजरत चारा घोटाले के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव ने मंगलवार को अपने वार्ड में ही चिकित्सकों की देखरेख में मकर संक्रांति पर्व मनाया। लालू के चिकित्सकों ने उन्हें खान-पान को लेकर एहतियात बरतने की सलाह दी है। इसको लेकर उन्होंने कम मात्रा में दही-चूड़ा और तिलवा-तिलकुट ग्रहण किया।
इससे पहले सोमवार को लालू प्रसाद यादव के समर्थकों का वार्ड के बाहर दही-चूड़ा और तिलकुट देने के लिए तांता लगा रहा। पूरे दिन दर्जनों से ज्यादा लोग दही चूड़ा और अन्य खाद्य सामग्री लेकर घंटों पेइंग वार्ड के बाहर खड़े रहे। वहीं जेल प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद सभी खाद्य सामग्री को पेइंग वार्ड के अंदर ले जाया गया। लालू प्रसाद का इलाज कर रहे चिकित्सक डॉ. डीके झा ने कहा मकर उत्सव धार्मिक आस्था से जुड़ा त्योहार है।
लगातार दूसरे साल जेल में मकर संक्रांति : यह लगातार दूसरा साल है जब चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता और राजद सुप्रीमो बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव जेल में मकर संक्रांति पर्व मना रहे हैं।हालांकि उनके जेल में रहने के कारण उनके पटना आवास पर इस उत्सव में भी वीरानी छाई है। आप जानते हैं कि पिछले साल सीबीआइ कोर्ट के जज शिवपाल सिंह से सजा सुनाते समय लालू प्रसाद यादव ने जेल में सकरात मनाने के लिए दही-चूड़ा की व्यवस्था करने की अपील की थी। तब जज शिवपाल सिंह के आदेश पर उन्हें जेल प्रशासन की ओर से मकर संक्रांति पर दही-चूड़ा, तिलकुट आदि उपलब्ध कराया गया था।
तब लालू ने जज से जेल में बहुत ठंड लगने की बात कही थी, जिस पर न्यायाधीश ने कहा था कि ज्यादा ठंड लगे तब तबला बजाइए। बहरहाल बीते साल की तरह इस साल भी जेल में ही वे दही-चूड़ा, तिल-गुड़ खाकर सकरात मनाएंगे। रांची के रिम्स में लालू की देखरेख कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक उनकी सेहत फिलहाल सामान्य है। वे थोड़ी मात्रा में दही-चूड़ा खा सकते हैं।
लालू का इलाज कर रहे डॉक्टर उमेश प्रसाद ने कहा है कि लालू कई बीमारियों से ग्रसित हैं और उनके लिए ज्यादा मीठा भी नुकसानदेह है। जरूरत हुई तो इंसुलिन का डोज बढ़ाया जाएगा। लालू काफी धार्मिक हैं, ऐसे में किसी की धार्मिक भावनाओं पर चोट करना उचित नहीं है।उन्हें मकर संक्रांति पर खाने की थोड़ी आजादी दी गई है।
बता दें कि रिम्स में डॉक्टरों की गहन देखरेख के चलते उनकी तबीयत में काफी हद तक सुधार हुआ है। वे चिकित्सकों से मिले निर्देश पर रोजाना धूप में बैठने के साथ ही नियमित रूप से टहल भी रहे हैं। लालू प्रसाद शुरू से ही पूजा पाठ में बड़ी श्रद्धा रखते हैं। ऐसे में साल-2018 में लालू प्रसाद के लगभग सारे त्योहार जेल और रिम्स के पेइंग वार्ड में ही गुजरे। नए साल की शुरुआत में ही लालू प्रसाद मकर संक्रांति पर्व को बिहार में मनाने की तैयारी में थे। लेकिन लालू की जमानत याचिका गुरुवार को हाई कोर्ट ने खारिज कर दी । ऐसे में अब लालू का मकर संक्रांति पर्व भी रिम्स के पेइंग वार्ड में ही मनेगा।
पिछले दिनों खानपान के कारण लालू प्रसाद का शुगर लेवल बढ़ गया था, जिसके बाद डाक्टरों ने उनके इंसुलिन की मात्रा बढ़ा दी थी। फिलहाल लालू प्रसाद का शुगर और ब्लड प्रेशर सामान्य है। रिम्स मेडिसीन विभाग के डा. उमेश प्रसाद ने बताया कि लालू प्रसाद को कई प्रकार की गंभीर बीमारियां पहले से हैं, जो पूरी तरह ठीक नहीं होंगी, लेकिन उस पर लगातार नियंत्रण रखा जा रहा है। बीते दिनों लालू ने मीठी चीजों का सेवन ज्यादा मात्रा में कर लिया था, जिससे उनका इंसुलिन का डोज बढ़ा दिया गया था।