कल्याण सिंह सक्रिय राजनीति में करेंगे वापसी, कार्यकाल पूरा कर तोड़ा मिथक
Kalyan Singh. राज्यपाल के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद कल्याण सिंह फिर सक्रिय राजनीति में वापसी करेंगे।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह का पांच साल का कार्यकाल मंगलवार को पूरा हो रहा है। राज्यपाल के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद कल्याण सिंह फिर सक्रिय राजनीति में वापसी करेंगे। जयपुर से लखनऊ लौटकर वे भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे। पहले उनका कार्यक्रम पांच सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने का कार्यक्रम था, लेकिन अब इसमें एक-दो दिन की देरी हो सकती है। राज्य के नए राज्यपाल कलराज मिश्र का अगले सप्ताह तक जयपुर पहुंचने का कार्यक्रम है। उसके बाद ही कल्याण सिंह जयपुर से लखनऊ जाएंगे।
सोमवार को उत्तर प्रदेश के करीब दो दर्जन लोगों ने राजभवन में कल्याण सिंह से मुलाकात की। इनमें राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े लोगों की संख्या अधिक थी। राजस्थान के भी कई भाजपा नेताओं ने कल्याण सिंह से मुलाकात की। उत्तर प्रदेश भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं से कल्याण सिंह की सोमवार को टेलीफोन पर भी बात हुई। राजभवन अधिकारियों के अनुसार, रविवार और सोमवार को कल्याण सिंह ने सक्रिय राजनीति में वापसी को लेकर अपने विश्वस्तों से चर्चा की। अगले दो दिन में उत्तर प्रदेश के कई नेताओं के जयपुर पहुंचने का कार्यक्रम बताया जा रहा है।
कल्याण सिंह ने कार्यकाल पूरा कर तोड़ा मिथक
राजस्थान में साल 1967 के बाद कल्याण सिंह पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले पहले राज्यपाल हैं। उनसे पहले डॉ. संपूर्णानंद ने राजस्थान के राज्यपाल के रूप में अप्रैल 1967 में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था। इसके बाद किसी भी राज्यपाल ने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया था। कल्याण सिंह की जगह अब कलराज मिश्र राजस्थान के राज्यपाल बनाए गए हैं। राज्य में साल 2004 से 2010 की अवधि में तीन राज्यपालों का पद पर रहते हुए निधन हो गया था।
उसके बाद राज्यपाल के पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं करने का एक मिथक बन गया था, उसे कल्याण सिंह ने तोड़ दिया है। कल्याण सिंह ने चार सितंबर, 2014 को राज्यपाल पद की शपथ ली थी और मंगलवार को उनका पांच साल का कार्यकाल पूरा होगा। संपूर्णानंद के बाद और कल्याण सिंह से पहले 39 राज्यपाल बने, लेकिन किसी ने भी पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया। राज्य में पिछले 52 बरस में अब तक 40 राज्यपाल नियुक्त किए गए। इनमें से 17 राज्यपाल दूसरे प्रदेशों के थे, जिन्हें समय-समय पर राजस्थान का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया था। इनके अलावा 23 पूर्णकालिक राज्यपाल नियुक्त किए गए।
राजस्थान भाजपा के प्रभारी रहे हैं कलराज मिश्र
अब कलराज मिश्र को राज्य का नया राज्यपाल बनाया गया है। मिश्र का राजस्थान से पहले भी नाता रहा है। वे साल 2004 में राज्य में भाजपा के चुनाव प्रभारी रह चुके हैं। राज्य की सामाजिक, राजनैतिक और भौगोलिक स्थिति के बारे में उन्हें अच्छी तरह जानकारी है। यह भी एक संयोग की बात है कि राजस्थान के नए नियुक्त किए गए राज्यपाल कलराज मिश्र भी उत्तर प्रदेश से हैं और वर्तमान राज्यपाल कल्याण सिंह भी उत्तर प्रदेश से हैं। मिश्र कल्याण सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं।