इस्तीफे के अगले दिन के चंद्रशेखर राव चुनाव प्रचार में जुटे, 50 दिन में करेंगे 100 रैली
गुरुवार को राज्य सरकार की सिफारिश के बाद तेलंगाना के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन ने विधानसभा भंग करने की मंजूरी दे दी।
हैदराबाद, पीटीआइ। ऐसा लगता है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने पूरी रणनीति बनाने के बाद गुरुवार को विधानसभा भंग करने की थी, क्योंकि आज से वह चुनाव प्रचार भी शुरू करने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि केसीआर अगले 50 दिनों में लगभग 100 विधानसभा क्षेत्रों में रैलियों को को संबोधित करेंगे। उनकी पहली रैली हुस्नाबाद में होगी।
केसीआर ने 2014 विधानसभा चुनाव में भी जुस्नाबाद से ही अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की थी। इधर उन्होंने 105 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर ही दी है। सूत्रों की मानें तो केसीआर ने 7 सितंबर से चुनाव अभियान की शुरुआत करने का निर्णय पहले ही ले लिया है, क्योंकिे तेलंगाना में इस महीने को शुभ माना जाता है। वहीं शुक्रवार किसी काम की शुरुआत के लिए अच्छा दिन कहा जाता है।
कांग्रेस बोली- डर रहे चंद्रशेखर
राव के विधानसभा भंग करने के फैसले के बाद कांग्रेस और भाजपा ने भी अपनी-अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि आज भाजपा और कांग्रेस ने तेलंगाना विधानसभा चुनाव को लेकर बैठकें बुलाई हैं। तेलंगाना में विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के समय से पहले विधानसभा भंग करने और राज्य में जल्दी चुनाव कराये जाने के फैसले का विरोध किया है। विरोधी दलों ने आरोप लगाया कि चंद्रशेखर राव इस डर से जल्दी चुनाव करा रहे हैं कि यदि चुनाव अपने तय समय पर अगले साल कराये गए तो टीआरएस सत्ता में वापिसी नहीं कर पायेगी। राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने कहा कि मुख्यमंत्री को जनता को बताना चाहिए कि विधानसभा को समय से पहले क्यों भंग किया गया है।
गौरतलब है कि गुरुवार को राज्य सरकार की सिफारिश के बाद तेलंगाना के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन ने विधानसभा भंग करने की मंजूरी दे दी। राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने गुरुवार को राज्यपाल से मुलाकात कर विधानसभा भंग करने की सिफारिश की थी। इस संबंध में सीएम की अध्यक्षता में कैबिनेट में प्रस्ताव पास किया था। अब अगली सरकार के गठन तक चंद्रशेखर राव कार्यवाहक सीएम के पद पर रहेंगे।