JNU Violence : मायावती तथा अखिलेश यादव ने की जेएनयू हिंसा की न्यायिक जांच की मांग
JNU Violence बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के साथ ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने न्यायिक जांच की मांग की है।
लखनऊ, जेएनएन। JNU Violence दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार देर शाम नकाबपोश बदमाशों के जमकर उपद्रव में छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षकों के भी घायल होने पर राजनीति गरमा गई है। इस घटना पर सभी हतप्रभ हैं।
इस प्रकरण को बेहद शर्मनाक बताते हुए बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के साथ ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने न्यायिक जांच की मांग की है। जेएनयू की हिंसक वारदातों पर सियासी गर्माहट शुरू हो गई है।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि जेएनयू में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक। इस घटना को केंद्र सरकार को हर स्तर पर अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। इसके साथ ही इस घटना की न्यायिक जांच हो जाये तो यह बेहतर होगा। मायावती ने सोमवार सुबह इसको लेकर एक ट्वीट किया है।
JNU में छात्रों व शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय व शर्मनाक। केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। साथ ही इस घटना की न्यायिक जाँच हो जाये तो यह बेहतर होगा। — Mayawati (@Mayawati) January 6, 2020
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर घटना की भर्त्सना की और इसकी न्यायिक जांच कराने की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कहा है कि जेएनयू में जिस तरह नकाबपोश अपराधियों ने छात्रों और अध्यापकों पर हिंसक हमला किया है वो बेहद निंदनीय है। इस विषय में तत्काल उच्चस्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए।
JNU में जिस तरह नक़ाबपोश अपराधियों ने छात्रों और अध्यापकों पर हिंसक हमला किया है वो बेहद निंदनीय है. इस विषय में तत्काल उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच होनी चाहिए.— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 5, 2020
गौरतलब है कि रविवार देर शाम को दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में हॉकी और रॉड से लैस कुछ नकाबपोश बदमाशों कैंपस में छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर दिया। यहां उपद्रवियों ने जमकर तोडफ़ोड़ की और संपत्ति को खासा पहुंचाया। परिसर में मौजूद कई महिला-पुरुष सुरक्षाकर्मियों के साथ अभद्रता और मारपीट भी की गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जेएनयू प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी। हालात के मद्देनजर पुलिस ने परिसर में फ्लैगमार्च किया। देर रात तक दिल्ली पुलिस के कई आला अधिकारियों ने जेएनयू कैंपस में कैंप किया। दिल्ली पुलिस के अलावा पैरा मिलिट्री को भी तैनात करना पड़ा। वहीं जेएनयू प्रशासन ने मामले में एफआइआर दर्ज करा दी है। इस हमले में करीब 25 लोग घायल हुए हैैं।
हमले में छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष को गंभीर चोट आई है। उन्हें एम्स ट्रामा सेंटर मेंं भर्ती कराया गया है। अन्य घायल भी एम्स में ही भर्ती हैैं। तीन शिक्षक अतुल सूद, सौगता भादुड़ी और सुचरिता भी घायल हुए हैैं। हिंसा के लिए वामपंथी छात्र संगठनों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने एक दूसरे पर आरोप लगाया है। देर शाम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से इस मसले पर विस्तृत बात की और संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी से जांच करवा रिपोर्ट सौंपने को कहा। मानव संसाधन मंत्रालय ने भी दिल्ली पुलिस और जेएनयू प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी उपराज्यपाल अनिल बैजल से बात की।